संकटमोचन शिवमंदिर शिव साधना का प्रतीक, स्पर्श मात्र से हो जाती है हर मनोकामना पूरी
3/4/2019 2:30:34 PM
छतरपुर: आज यानि 4 मार्च को सारे भारतवर्ष में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े उल्लास व श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। लोग अल सुबह से मंदिरों में कतारे लगाकर शिवलिंग के दर्शनों के लिए खड़े हैं। वहीं जिला मुख्यालय स्थित संकटमोचन शिवमंदिर लोगों के लिए शिव साधना का प्रतीक बना हुआ है। यहां दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन और साधना करने आते हैं।
वैसे तो शिवरात्रि हर माह होती है लेकिन महाशिवरात्रि का अपना अलग ही महत्व है। यहां तालाब किनारे बने 300 साल पुराने इस मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगता है। मंदिर के बाहर लगने वाले मेले में काफ़ी भीड़ जमा रहती है।
मान्यता है कि मंदिर में स्थापित शिवलिंग बाहत ही सिद्ध है। इसके स्पर्श मात्र से ही लोगों के मन की मुराद पूरी होती है। लोगों की मानें तो शिवलिंग के स्पर्श और आलिंगन से अलग तरह की रेश निकलतीं हैं जो कि शरीर में कंपन करतीं है और फिर अलग तरह की एनर्जी का अहसास होता है। सैकड़ों लोग ऐसे हैं जो कि अपने काम और दिनचर्या की शुरुआत शिव दर्शन और शिवलिंग के स्पर्श से करते हैं। उनका मानना है कि ऐसे में हमारा दिन शुभ और तरोताज़ा रहता है।