CM कमलनाथ पर शिवराज का पलटवार, बोले- अगर केंद्र से मदद भी मैं ही मांगू तो आप कुर्सी पर क्यों बैठे

9/18/2019 3:54:32 PM

भोपाल: मध्यप्रदेश में बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा राशि देने को लेकर बीजेपी कांग्रेस में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। प्रदेश में भारी बारिश से हुई बर्बादी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह लगातार सक्रिय हैं। कमलनाथ सरकार के दो मंत्रियों के बयान के कि शिवराज सिंह चौहान के षडयंत्र के चलते ही केंद्र सरकार से राज्य को 10 हजार करोड़ की राशि नहीं मिली पर पूर्व सीएम ने पलटवार किया है। 

बुधवार सुबह भिंड-मुरैना जाने से पहले सरकार से आपदा पर श्वेत पत्र जारी करने और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की। केंद्र से राहत राशि दिलाने में सहयोग की मांग पर शिवराज कमलनाथ सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा सरकार और मंत्रियों को शर्म आनी चाहिए, कितने मंत्री गए केंद्र के पास। मैं पूछता हूं बताओ कब चिट्ठी लिखी। अगर केंद्र सरकार से मदद भी मैं ही मांगू तो फिर आप कुर्सी पर क्यों बैठे हैं?


सरकार ने बरती लापरवाही
बुधवार सुबह मीडिया से चर्चा के दौरान शिवराज ने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार ने पानी पहले छोड़ा होता तो आपदा इतनी भयानक नहीं होती और न ही चंबल मंदसौर नीमच की जनता को इतना नुकसान भुगतना पड़ता। मैंने दानदाताओं से अपील की थी बाढ़ग्रस्त इलाकों के लोगों की मदद की जाए। आज से दानदाताओं का पहुंचना शुरू हो गया। मैंने ऐसा मंजर पहले नहीं देखा नींव सहित मकान उखड़ गए। ट्रैक्टर बह गए। लोगों के पास कॉपी किताब रुपये जेवर कुछ नहीं बचा । मुझे कहते हुए तकलीफ है कि हम मदद करना चाहते है लेकिन आपके मंत्री सिर्फ आरोप लगा रहे है। क्यों आपके मंत्री वहां दिखाई नहीं दे रहे।



शिवराज ने कहा कि प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा नहीं लिया मैं जाता हूं तो मुझ पर आरोप लगाए जाते है। बाढ़ पीड़ितों को इस समय बिजली के नोटिस जा रहे है। क्या यह अमानवीयता नही है। हम खुद कह रहे है कि केंद्र से मदद मांगो। शिवराज ने सहयोग की बात करते हुए कहा कि यह वक्त तेरा मेरा करने का नहीं बल्कि बाढ़ प्रभावितों की मदद करने का है।


 

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