ग्वालियर से आगरा के बीच 3 हजार करोड़ की लागत से बनेगा सिक्स लेन हाईवे, सिंधिया बोले- इससे अंचल का भाग्य बदलेगा
8/20/2022 3:27:04 PM
ग्वालियर(अंकुर जैन): मध्य प्रदेश को केंद्र सरकार की एक और बढ़ी सौगात मिली है। ग्वालियर व आगरा के बीच में 3 हजार करोड़ की लागत से सिक्स लेन बनेगा। यह सिक्सलेन हाइवे ग्वालियर-चंबल अंचल के लिए एक नई सौगात है, जो कि इस सम्पूर्ण अंचल ही नहीं भिंड, मुरैना, दतिया, झांसी, शिवपुरी एव ग्वालियर के लोगों के भाग्य को बदलने वाला साबित होगा। इस प्रॉजेक्ट के लिए नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीएम मोदी, नितिन गडकरी को धन्यवाद दिया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पुराने ग्वालियर-मुरैना-धौलपुर- आगरा मार्ग पर परिवहन के अत्यधिक दबाव को देखते हुए काफी लंबे समय से उक्त मार्ग के चौड़ीकरण की ज़रूरत थी, जिसके लिये हम लोग लगातार प्रयास कर रहे थे, लेकिन बानमोर, मुरैना, धौलपुर आदि नगर में सड़क का विस्तार रहवासी आबादी के कारण सम्भव नहीं हो पा रहा था, इसलिए हमने परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के साथ मिलकर इस बात पर मंथन किया और इसके लिए एक नए एक्सप्रेसवे की परिकल्पना तैयार की गई, जिसके तहत उक्त तीनों नगरों के समनानंतर नवीन मार्ग तैयार किया जाएगा, जो कि 6 लेन होकर यमुना एक्सप्रेसवे या आगरा लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के समान होगा, ये एक्सप्रेसवे ग्वालियर के निरावली तिराहे से प्रारंभ होकर आगरा में आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे में जुड़ेगा।
सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में पूरी टीम ग्वालियर-चम्बल सहित पूरे मध्यप्रदेश को विकास एवं प्रगति के लिए देश की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए संकल्पित है। सिंधिया ने कहा कि अटल प्रोग्रेसवे, ग्वालियर में 500 करोड़ की लागत से नए एयरपोर्ट टर्मिनल का निर्माण, 450 करोड़ की लागत से एलिवेटेड रोड, 500 करोड़ की लागत से रेलवे स्टेशन का विकास, 1 हज़ार विस्तर का नया अस्पताल, 125 करोड की लागत से शंकरपुर में नए क्रिकेट स्टेटडियं का निर्माण, 450 करोड़ से अधिक की लागत से चंबल से ग्वालियर के लिए पानी की योजना आदि विकास कार्य ग्वालियर सहित पूरे अंचल में विकास के लिए क्रांतिकारी कदम सिद्ध होंगे।
सिंधिया ने कहा कि भाजपा की केंद्र एवं राज्य सरकार मिलकर विकास एवं प्रगति के नए अध्याय लिखने के लिए कृत संकल्पित है, लोगों के जीवन मे नई खुशियां लाना, उनके जीवन को समृद्ध बनाना, समाज के अंतिम व्यक्ति का अंत्योदय जो कि हमारे पितृ पुरुष पंडित दीनदयाल उपाध्याय का लक्ष्य था, को धरातल पर उतारना है हमारे लिए केवल नारा नहीं बल्कि अंतर्मन से लिया गया संकल्प है।