बीमार बाप को रिक्शे पर लेटाकर अस्पताल ले गया बेटा, अस्पताल ने नहीं कराई एंबुलेंस उपलब्ध

6/4/2023 4:31:20 PM

रीवा (सुभाष मिश्रा): मध्य प्रदेश सरकार भले ही लाख दावे करे कि शहरों से लेकर ग्रामीण स्तर तक स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर रूप से दी जा रही हैं। लेकिन हकीकत में ज्यादातर सरकारी योजनाएं धरातल पर धराशाई होती दिखाई देती हैं। ताजा मामला रीवा जिले के जवा ब्लॉक का है, जहां दल बहादुर वर्मा अपने पिता राममूरत वर्मा को लगभग 3 किलोमीटर रिक्शे में लिटाकर सीएचसी जवा ले गए।

जांच के बाद होगी दोषी पर सख्त कार्रवाई

अस्पताल में मौजूद चिकित्सक ने 5 दिन की दवा देकर घर के लिए रवाना कर दिया। मरीज के बेटे दल बहादुर वर्मा ने बताया एक सप्ताह से मेरे पिताजी राममूर्ति वर्मा की तबियत खराब है। पहले भी इसी तरीके से अस्पताल लेकर के रिक्शे से हम आए थे। गनीमत की बात यह रही कि रास्ते में उसके पिता की और ज्यादा तबियत खराब नहीं हुई, वरना कुछ भी  हो सकता था। डायल 108 के संदर्भ में राघवेंद्र (डीसीएम) रीवा से बात की तो उन्होंने मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया।

एंबुलेंस संचालक ने फिर घुमाई बात

वहीं पीड़ित आज दोबारा अपने पिता को दिखाने के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे, उसके बाद अस्पताल से लौटते समय उन्होंने फिर से एंबुलेंस संचालक से बात की तो डायल 108 के तरफ से जवाब आया कि इस तरीके के मरीज अस्पताल से घर नहीं पहुंचा सकते हैं। जब तक पीड़ित कुछ बोल पाते कि फोन कट कर दिया गया। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब 80 वर्षीय वृद्ध मरीज को एंबुलेंस घर नहीं पहुंचा सकी तो आम व्यक्ति स्वास्थ्य विभाग से क्या अपेक्षा करेगा। अब देखना यह होगा कि स्वास्थ्य विभाग इस विषय को गंभीरता से ले करके कुछ सकारात्मक पहल करेगा या इसी तरीके से गरीब सरकारी सुविधाओं से वंचित रहेगा।

 

 

Vikas Tiwari

This news is Content Writer Vikas Tiwari