हंगामे के बीच NP प्रजापति चुने गए नए स्पीकर, शिवराज बोले- आज लोकतंत्र का काला दिन है
1/8/2019 4:18:52 PM
भोपाल: कांग्रेस विधायक एनपी प्रजापति को मध्यप्रदेश का नया विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया है। प्रजापति को कुल 120 वोट मिले। भारी हंगामे के बीच बीजेपी ने सदन से वॉकआउट कर लिया इसके कारण विपक्ष में कोई वोट नहीं पड़ा। वहीं आज सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद प्रोटेम स्पीकर ने नियम पांच का हवाला देकर बिना वोटिंग कराए एनपी प्रजापति को विधानसभा अध्यक्ष घोषित कर दिया। प्रोटेम स्पीकर के इस फैसले पर बीजेपी ने जमकर हंगामा किया। इस बीच सदन को दो बार स्थगित करना पड़ा। इसके बाद बीएसपी विधायक द्वारा वोटिंग की मांग करने पर प्रोटेम स्पीकर ने मत विभाजन करवाया। वहीं भारी के बीच विधानसभा तीन बजे तक स्थगित कर दी गई है।
विधानसभा की कार्यवाही का पहला दिन प्रदेश के विधायी इतिहास का काला दिन रहा। सत्ता पक्ष द्वारा सदन में लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ाई गईं। विधानसभा अध्यक्ष की निर्वाचन प्रक्रिया में नियमों एवं संसदीय परंपराओं को ताक पर रख दिया गया। हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं। pic.twitter.com/lFsFtGgmxc
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 8, 2019
विधानसभा में सत्ता पक्ष द्वारा किये गये असंसदीय आचरण और अध्यक्ष के चुनाव में नियमों की धज्जियां उड़ाए जाने पर इसके विरोध में हम पैदल मार्च करते हुए राज्यपाल महोदया को ज्ञापन सौंपने जा रहे हैं। किसी भी दशा में @BJP4MP लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन बर्दाश्त नहीं करेगी। pic.twitter.com/80ddBkixsE
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 8, 2019
शिवराज बोले, आज लोकतंत्र का काला दिन
प्रोटेम स्पीकर के फैसले के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज का दिन लोकतंत्र के लिए काला दिन है। सदन से वॉकआउट करने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि हमारे प्रत्याशी विजय शाह के नाम को प्रस्तावित करने का अवसर नहीं दिया गया। वॉकआउट के बाद भाजपा विधायकों ने विधानसभा से राजभवन तक पैदल मार्च निकाला। भाजपा विधायक राज्यपाल से मिलकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे।
अध्यक्ष पद के लिए बहुमत सिद्ध कर देंगे
कमलनाथ ने कहा कि हमारी सरकार को पूर्ण बहुमत प्राप्त है। सदन में अध्यक्ष के चुनाव में भी इसे सिद्ध कर देंगे। प्रोटेम स्पीकर के चयन में संसदीय परंपरा तोड़ने के भाजपा के आरोप पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मुझे संसदीय परंपराओं के बारे में ज्ञान न दें। में स्वयं लोकसभा में प्रोटेम स्पीकर रहा हूं।