बाघों के शिकार के लिए फंदा लगाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, पन्ना कलेक्टर ने उठाए सख्त कदम

1/16/2023 1:19:40 PM

पन्ना(मुकेश शर्मा): पन्ना टाइगर रिजर्व में  एक माह में 2 बाघों के शिकार के बाद वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है, लेकिन बाघों के शिकार को रोकने के लिए फिलहाल अधिकारियों ने कोई बड़ा फैसला नहीं लिया। वहीं पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जंगल से सटे राजस्व क्षेत्र (खेतों) में फंदे लगाने और खेत की बागड़-पोखर में करंट प्रवाहित करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। पशुओं एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर जंगल से सटे क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी है और साफ कहा है कि इसका उल्लंघन करने पर धारा 188 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि पन्ना जिले में एक माह में दो बाघों का शिकार हुआ है। पहले मामले में 5 जनवरी को पन्ना टाइगर रिजर्व में करंट से बाघ की मौत हुई है, तो 7 दिसंबर 2022 को उत्तर वनमंडल पन्ना के विक्रमपुर क्षेत्र में एक बाघ फंदे पर झूलता मिला। इससे पहले 2009 में पन्ना टाइगर रिजर्व बाघ विहीन हो गया था, तब यहां सरकार ने बाघ पुनर्स्थापना योजना शुरू की। तब बांधवगढ़ से लाई गई बाघिन टी-1 और पेंच टाइगर रिजर्व से लाए गए नर बाघ टी-3 से 16 अप्रैल 2010 की रात धुंधुआ सेहा में चार शावक जन्मे थे जिसके बाद यहां बाघों की संख्या लगातार बढ़ रही है लेकिन कुछ समय से बाघों की मौत के मामले भी सामने आ रहे है जिसके चलते यह कदम उठाया जा रहा है।

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