जिंदगी और मौत से जूझ रहे मासूम के लिए फरिश्ता बनी थी सुषमा स्वराज

8/7/2019 12:43:08 PM

भोपाल(इजहार हसन खान): इस संसार को सदा के लिए अलविदा कहने वाली विदेश मंत्री सुषमा स्वराज न केवल एक अच्छी राजनेत्री थी बल्कि एक अच्छी इंसान भी थी। वे हमेशा लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाती थी और सोशल मीडिया पर सबसे एक्टिव नेत्री थी। सोशल मीडिया पर उनके करीब 1 करोड़ 31 लाख लोग फॉलोवर थे। ट्विटर के जरिए लोगों की मदद करने को लेकर अपनी एक खास छवि बनाने वाली सुषमा स्वराज ने विदेश मंत्री रहते हुए दो दिन के नवजात शिशु की मदद की थी। दरअसल, मध्य प्रदेश के भोपाल में जन्मे 2 दिन के नवजात को हृदय रोग था। तब भोपाल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर देवेश कुमार शर्मा ने ट्विटर पर भोपाल के एक अस्पताल में जन्मे अपने शिशु का फोटो शेयर कर लिखा था कि उसे हार्ट सर्जरी की जरूरत है।
 

इसके बाद सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर मदद की अपील का जवाब देते हुए एक ट्वीट कर कहा कि "उन्होंने बच्चे के परिवार से संपर्क किया है और अपने भोपाल कार्यालय के जरिए मेडिकल रिपोर्ट हासिल की है। एम्स के कार्डिक सर्जरी प्रमुख डॉ. बलराम ऐरन ने शीघ्र सर्जरी की सलाह दी है। हम एम्स दिल्ली में शिशु की सर्जरी की व्यवस्था कर सकते हैं। परिवार को फैसला करना है।’’



सिर्फ एक ट्वीट ने बचा ली नवजात की जिंदगी
यह वाक्य 25 जनवरी साल 2017 का है। जब भोपाल में एक नवजात बच्चे के दिल में छेद होने के कारण उसकी जान पर खतरे में थी। तब सुषमा स्वराज ने न केवल उसके इलाज का प्रबंधन किया बल्कि उसे एयर एम्बुलेंस की मदद से दिल्ली के एम्स तक पहुंचाया था। यह सब सिर्फ एक ट्वीट से हुआ था।



भोपाल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर देवेश कुमार शर्मा ने इस किस्से को याद करते हुए बताया कि उनके नवजात बेटे के दिल में छेद था। भोपाल के डॉक्टरों ने एक दिन के बच्चे का ऑपरेशन करने से साफ मना कर दिया था। इसके बाद उन्होंने सुषमा स्वराज को ट्वीट किया, जिस पर उन्होंने बिना देर किए ही एम्स दिल्ली पहुंचाने के लिए न केवल एयर एंबुलेंस का इंतजाम कराया बल्कि वहां इलाज की पूरी व्यवस्था भी करवा दीं। आज उनका बेटा पूरी तरह से स्वस्थ है। मैं उनकी इस मदद के लिए हमेशा आभारी रहूंगा और निधन के समाचार से हमें बहुत दुख है।

 

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This news is Edited By meena