नई जिंदगी में कदम रखने से पहले दुल्हन ने दी एक और परीक्षा, विदाई तक दूल्हा और बाराती करते रहे इंतजार

6/7/2023 1:01:32 PM

सतना(अनमोल मिश्रा): समाज में शिक्षा का महत्व अब दिखने लगा है और लोग बेटियों की शिक्षा के साथ साथ महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए भी प्रेरित करते नजर आ रहे हैं। सतना में भी आज ऐसा ही नजारा देखने को मिला। जहां पूरी बारात बहू की परीक्षा दिलाने के लिए पहुंची और विदाई तक का इंतजार करती है। दुल्हन शादी की लिबास पहने परिक्षा में शामिल हुई तो दूल्हा परीक्षा सेंटर के बाहर इंतजार करता रहा। दुल्हन की आज बीएड फाइनल ईयर की परीक्षा थी।

शिक्षा के महत्व का इससे अच्छा नजारा शायद देखने को मिलता हो। एक दुल्हन शादी का जोड़ा पहने परीक्षा देने पहुंची और साथ में दूल्हा भी था जो शेरवानी पहने था। अन्य परीक्षार्थी भी चौके मगर सभी को जल्द एहसास हो गया कि दुल्हन की भी नई जिंदगी की शुरुआत से पहले एक और परीक्षा अधूरी थी। वो थी बीएड की। शादी के सात फेरे खत्म करने के बाद दुल्हन परीक्षा दी और फिर घर आकर डोली में बैठ पिया के घर निकली।

सतना शहर के पतेरी साई बाबा मैरिज गार्डन में सतना निवासी नमिता अबधिआ और बिलौधा गांव निवासी हिरेन्द्र अवधिया की पांच जून को शादी थी और विदाई। गाजे बाजे के साथ दोनों की शादी हुई। विवाह संपन्न हो गया लेकिन बारात पक्ष को पता चला कि नवेली बहु की परीक्षा है। लिहाजा बारात ने तय किया परीक्षा के बाद विदाई होगी। शुभकामना के साथ दुल्हन परीक्षा देने पहुंची तब तक, बारात इंतज़ार करती रही और वापस आने के बाद नमिता अपने पति हिरेंद्र के साथ ससुराल बिलौधा गांव के लिए विदा हुई। बारात पक्ष और मायके पक्ष ने महिला शिक्षा और स्वाबलंबन की मिसाल पेश की।

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