कोरोना के खौफ से नहीं खोला क्लीनिक, दर्द से तड़पता रहा बच्चा

Friday, Apr 03, 2020-03:52 PM (IST)

देवास(इम्तियाज चिश्ती): आज देशभर में जहां कोरोना वायरस को लेकर आपातकाल जैसे हालात बने है, सभी प्राइवेट और सरकारी डॉक्टरों की ड्यूटी कोरोना पीड़ितों के लिए लगी हैं। ऐसे में कुछ प्राइवेट डॉक्टर्स ऐसे भी हैं जो कोरोना के डर से अपना अस्पताल बंद किए बैठे हैं और यदि कोई थोड़ा सा भी बीमार होता है तो उसे इलाज के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है। ताजा मामला मध्यप्रदेश के दमोह जिले का है। जहां एक बच्चे के गले मे में सिक्का फस गया और जब उसे गले के डॉक्टर के पास ले जाया गया तो उसने इलाज करने से साफ मना कर दिया और कहा कि कोरोना वायरस है इसलिए 14 के बाद ही अस्पताल खुलेगा।

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दमोह कलेक्टर तरुण राठी के सख़्त आदेश थे कि कोरोना वायरस के चलते सभी प्राइवेट डॉक्टर भी अपनी क्लीनिक खोले रखे। लेकिन इस आदेश की सरेआम धज्जियां उड़ती तब देखी गई जब एक मासूम के गले में सिक्का फस गया। आनन फानन में बच्चे को गले व नाक के स्पेशलिस्ट डॉक्टर विनोद कुमार कुकरेजा जो पूजा क्लीनिक के संचालक के पास ले जाया गया। लेकिन हद तो तब हो गई जब बच्चे के परिजनों से संपर्क किया तो उनका कहना था कोरोना चल रहा है। अभी गला नही देखेंगे। इलाज के अभाव में बच्चा गले मे फसे सिक्के की वजह से तड़फता रहा। इसके बाद बच्चे को दूसरी कलिनिक ले जाया गया तब कहीं जाकर बच्चे के गले मे फसा सिक्का दूसरे डॉ ने निकाल दिया।


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meena

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