छात्रावास में मासूम की मौत, उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर सियासत गरमाई

1/7/2019 4:31:27 PM

खण्डवा: जिले के एकलव्य आवासीय छात्रावास रोशनी में रविवार को एक आदिवासी छात्रा की मौत के बाद राजनीति गरमा गई है। एकलव्य आवासीय छात्रावास में इस से पहले भी दो छात्रों की मौत हो चुकी हैं। छात्रा की मौत के बाद आज अनसूचित जाति जनजाति छात्र संघ, बसपा के कार्यकर्ता व हरसूद विधायक तथा पूर्व शिक्षा मंत्री विजय शाह भी विरोध करने छात्रावास पहुंचे। 

जानकारी के अनुसार, आदिवासी रोशनी गांव के छात्रावास में रविवार को बीमारी के चलते एक छात्रा की इलाज के दौरान मौत हो गई।मौत की सूचना के बाद गुस्साए अनुसूचित जाति जनजाति छात्र संघ ने छात्रावास के प्राचार्य और अधीक्षिका के विरोध में सड़कों पर उतर आए। उन्होंने जनजाति विभाग की शव यात्रा भीू निकाली। छात्र संघ ने बताया कि यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी इस तरह की दो मौते में हो चुकी है। लेकिन जिम्मेदारों पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। छात्र संघ ने छात्रावास प्राचार्य और अधीक्षिका को 2 दिन में सस्पेंड करने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया और शव का दाह संस्कार कार्यालय के बाहर ही कर दिया।

दूसरी और बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता भी आंदोलन कर रहे छात्र संघ के साथ धरने पर बैठ गए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर छात्रावास प्राचार्य और अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो बहुजन समाज पार्टी उग्र आंदोलन करेगी। 

घटना की जानकारी मिलते ही हरसूद विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री विजय शाह भी विरोध कर रहे छात्रों से मिलने पहुंचे। उन्होंने भी प्रभारी कलेक्टर को ज्ञापन देकर उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। शाह ने कहा कि एकलव्य विद्यालय उनके शिक्षा मंत्री कार्यकाल के दौरान खुला था। उन्होंने कहा कि पिछले दो तीन सालों में ये चौथी मौत हैं। इस सारे घटनाक्रम के पीछे कहीं न कहीं छात्रावास प्रबंधन की लापरवाही है। जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और प्रचार्य को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए।

वहीं इस पूरे मामले को लेकर जिला पंचायत सीईओ और प्रभारी कलेक्टर डी के नागेंद्र ने कहा कि बालिका की मौत को लेकर जांच की जा रही है। मामलें में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

ASHISH KUMAR

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