प्रशासन की लापरवाही से गई मासूम की जान, मां-बाप को रोते देख रो पड़े विधायक

9/8/2020 6:08:44 PM

कटनी(संजीव वर्मा): ऐसा माना जाता है कि महिलाएं ज्यादा भावुक होती है, इसलिए उनकी आंखों से जल्द आंसू निकल पडते है। वहीं महिलाओं के मुकाबले पुरुषों ज्यादा कठोर होते है, इसलिए उनकी आंखों से आसानी से आंसू नही निकलते। ऐसे में विधायक जैसे पद पर आसीन यदि किसी पुरुष के आंखों से आंसू निकल आये तो वजह नो डाउट बहुत बड़ी होगी। जी हां हम बात कर रहे हैं बड़वारा के कांग्रेस विधायक विजय राघवेंद्र सिंह की जो प्रशासन के खिलाफ शव को लेकर सड़क पर रात भर धरने पर बैठ रहे और अधिकारियों से बात करते करते उनका दिल भर आया और उनकी आंखों में आंसू आ गए ।

दरअसल बड़वारा थाना क्षेत्र के झिंझरी ग्राम निवासी सुखनन्दन पटेल 25 वर्षीय की बिजली के करंट की चपेट में आ गया था। घटना के बाद परिजनों ने 108 में कॉल कर मामले की जानकारी दी, लेकिन एंबुलेंस लंबे इंतजार के बाद भी मृतक को लेने नहीं पहुंची, तो परिजन निजी साधन से बड़वारा समुदायिक स्वास्थ केंद्र लेकर पहुंचे। जहां युवक ने दम तोड़ दिया। मृतक के परिजनों के मुताबिक यदि एंबुलेंस समय पर आ जाती या बड़वारा समुदाय स्वास्थ्य केंद्र में कोई भी डॉक्टर मौजूद होता तो उनका बेटा बच सकता था। क्योंकि परिजन काफी समय तक इलाज के लिए डॉक्टर का इंतजार करते रहे है। इस घटना की खबर लगते ही बड़वारा विधानसभा के कांग्रेस विधायक विजय राघवेंद्र सिंह स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए और परिजनों को रोता विलखता देख उनका दिल भी भर आया और उनकी आंखों में भी आंसू आ गए ।

इस दौरान विधायक ने बी, एम,ओ  को जमकर फटकार लगाई और कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र की जनता के साथ मैं अन्याय नहीं देख सकता, इसी बीच देर रात विधायक दर्जन भर कार्यकर्ताओं एवं मृतक के परिजनों के साथ सुखनन्दन पटेल का शव लेकर अस्पताल के सामने सड़क पर धरने में बैठ गए। इस मामले में दोषी के खिलाफ कार्यवाही की मांग करने लगे। इसकी जैसे ही अधिकारियों को लगी मौके पर SDM, संघमित्रा गौतम और बड़वारा तहसीलदार क्षमा शराफ़ मौके पर पहुंच गए और इस पूरे मामले में जांच के बाद दोषियों पर ठोस कार्यवाही करने और मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया। जिसके बाद विधायक सुबह 5 बजे धरना प्रदर्शन समाप्त करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया।

meena

This news is meena