बच्चे को गोद में लेकर विवाद सुलझाने पहुंच गई तहसीलदार, अब लेडी ऑफिसर की हर तरफ हो रही तारीफ
3/19/2022 5:51:35 PM
खंडवा(निशात सिद्दिकी): मध्य प्रदेश के खंडवा में जावर थाने के अंतर्गत लगने वाले सैलानी बाबा मेले में महिला से छेड़छाड़ के विवाद में जमकर पत्थर चलें। इस पथराव के विवाद को सुलझाने महिला नायब तहसीलदार अपने मासूम बच्चे को गोद में लेकर पहुंच गई। उन्होंने मासूम बच्चे को गोद में लेकर थपकियां देते हुए ग्रामीणों को समझाइश दी और मामले को शांत किया। इस दौरान पूरे समय उनकी गोद में उनका मासूम बच्चा मौजूद रहा। अब यह वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है।
होली पर लगने वाले सैलानी बाबा मेले में होली के दिन जमकर पत्थर चले। पथराव का कारण महिला के साथ छेड़छाड़ करना बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार सैलानी बाबा मेले में बाहरी बाधा दूर करने और प्रेत आत्माओं को शरीर से निकालने के लिए दरगाह पर हजारों लोग आते हैं। यहां कुछ लोग डेरा बनाकर रहते हैं। इन्हीं डेरे वाले और ग्रामीणों के बीच विवाद के बाद पत्थर चले। मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने बड़ी मुश्किल से दोनों को समझाइश दी और मामले को शांत किया। इस मौके पर नायब तहसीलदार माला अपने मासूम बच्चे को गोद में लेकर विवाद को सुलझाते दिखाई दी।
खंडवा के जावर थाना क्षेत्र में पड़ने वाले जामली फतेहपुर गांव में एक सूफी संत की दरगाह है। जिसे सैलानी बाबा के नाम से जाना जाता है। यहां हर बरस होली के अवसर पर मेला लगता है। इस मेले में हजारों लोग आते हैं। माना जाता है कि दरगाह पर होली के दौरान प्रेत आत्माओं और बाहरी बाधाओं से छुटकारा मिलता है। ऐसे में कुछ लोग यहां पर डेरे बना कर भी रहते हैं। मिली जानकारी के अनुसार इन्हीं डेरे में से एक युवती खाना बनाने के लिए लकड़ी के तिनके लेने पास के ही एक खेत में गई थी। जहां एक किसान ने उसके साथ छेड़खानी का प्रयास किया। जिसे लड़की के पिता ने देख लिया और दोनों के बीच नोकझोंक हो गई। इसी बात से नाराज किसान ने गांव जाकर ग्रामीणों को इकट्ठा कर डेरे वालों पर हमला बोल दिया। देखते ही देखते दोनों तरफ से जमकर पत्थर बरसने लगे।
बच्चे को लेकर पहुंची नायब तहसीलदार
पथराव की सूचना मिलते ही मौके पर डीएसपी दीपा मांडवे, नायब तहसीलदार माला, जावर टीआई केडी तिवारी, मूंदी टीआई ब्रजभूषण हिरवे मौके पर पहुंचे। नायब तहसीलदार (खंडवा ग्रामीण) माला अपने बच्चे को गोद मे लेकर मौके पर पहुंची थी। मामले को शांत करने सभी अधिकारियों को बहुत मशक्कत करनी पड़ी। आखिर में कार्रवाई की बात पर ग्रामीण राजी हुए और मामले को शांत किया।