एक स्कूल ऐसा जहां बचपन कई सहूलियतों से है महरूम

6/24/2018 5:21:41 PM

विदिशा : देश-प्रदेश में जहां शिक्षा का स्तर बढ़ रहा है। बड़ी बड़ी कोचिंग, महंगे महंगे स्कूल में हर बच्चा पढ़ना चाहता है। वहीं मध्य प्रदेश के विदिशा में भी एक ऐसा स्कूल है जहां बचपन कई सहूलियतों से महरूम रह गया है। ऐसे ही गरीब बच्चों को पढ़ाने लिखाने की ज़िम्मेदारी ली है सफल शिक्षा संस्था ने। जिसने गरीब, झुग्गियों में रहने वाले वे बच्चे जो शिक्षा से वंछित रह जाते उन्हें तालीम देने का काम किया है।

संस्था के संस्थापक को जिले के बच्चों ने गुड मॉर्निंग का खिताब दिया है और यहां के बच्चे उन्हें गुडमॉर्निंग सर के नाम से ही पुकारते हैं।

रविवार को जहां हर दूसरा शख्स छुट्टी मना रहा था, तभी मनोज नाम का ये शख्स नदी किनारे महलघाट पर नई बस्ती में झुग्गी के बच्चों की जानकारी जुटा रहा था कि कौन बच्चा स्कूल जाता हैं कौन नहीं जाता है। इस दौरान उन्हें पचास बच्चे ऐसे मिले जो आज तक कभी भी स्कूल नहीं गए। उनके माता पिता बच्चों को स्कूल तो भेजना चाहते हैं लेकिन पैसों की कमी के चलते नहीं भेज पाते।

वहीं उन बच्चों में 18 साल का एक ऐसा भी बच्चा था जो पढ़ना तो चाहता है लेकिन पैसों की तंगी के चलते वह आज तक स्कूल नहीं गया। स्कूल संस्थापक ने बच्चों के माता पिता से इस संबंध में बातचीत की और सही देखभाल होने का भरोसा जताते हुए छात्रावास में रखने की सलाह दी।

इतना ही नहीं जो बच्चे लाख कोशिशों के बाद भी पढ़ नहीं पाते हैं मनोज उन्हें खेल खिलवाते और योग सिखाने का काम करते हैं। मनोज का मानना है जब बचपन पड़ेगा तब ही देश आगे बढ़ेगा।

 

 

rehan

This news is rehan