ये हैं सीएम भूपेश बघेल की वो खास योजनाएं...जिनके कारण 2023 चुनाव में उनका पलड़ा सबसे भारी है!

5/21/2023 12:43:55 PM

रायपुर (सतेंद्र शर्मा): छतीसगढ़ में विधानसभा चुनाव (chhattisgarh vidhansabha chunav 2023) का काउंटडाउन शुरू हो गया है, भाजपा (bjp) पर बड़ी जीत हासिल करके सत्ता में आई कांग्रेस और इसके मुख्य चेहरे भूपेश बघेल (bhupesh baghel) को प्रदेश पर राज करते हुए भले ही 5 साल का समय होने वाला हो, लेकिन अभी तक प्रदेश में सरकार के प्रति एंटी इनकमबेंसी का माहौल कही भी नजर नहीं आता। आखिर इसकी वजह क्या है, और सत्ता में रहने के बाद भी भूपेश जनता के इतने करीब क्यों बने हुए हैं, जानिए इसकी प्रमुख वजह... 

• चर्चा का विषय बना भेट मुलाक़ात कार्यक्रम 

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासी बहुल बलरामपुर जिले से राज्यव्यापी जनसंपर्क अभियान की शुरुआत की। बघेल इस 'भेंट-मुलाकात' अभियान (Bhent Mulaqat Abhiyan) के दौरान राज्य के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करने का निर्णय लिया। आज लगभग सीएम ने 90 % विधानसभाओ का दौरा भी कर चुके है, सीएम भूपेश बघेल भेट मुलाक़ात कार्यक्रम में आम लोगों, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों से चर्चा करते है और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओ के क्रियान्वयन की जानकारी लेते है और अगर किसी को कोई समस्या होती है तो त्वरित उसका समाधान करते है। इसलिए छतीसगढ़ की जनता भेट मुलाक़ात कार्यक्रम को खूब पसंद कर रही है, अगर देखा जाये तो छतीसगढ़ के इतिहास में यह पहले सीएम है जो जनता के बीच जाकर उनसे मिल रहे है।

•छतीसगढ़ियावाद और संस्कृति को बढ़ावा देना 

2018 से जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है, तबसे सीएम भूपेश बघेल ने छतीसगढ़ियावाद और संस्कृति को देश में ही नही बल्कि विदेश में भी अलग पहचान दिलाई है, छतीसगढ़या संस्कृति को बढ़ावा देने लिए प्रदेश में कई कार्यक्रम करवाए गए जिसमे एक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव भी करवाया गया। जिसमे देश और विदेशो के कलाकारों ने हिस्सा लिया और सभी ने छतीसगढ़ की संस्कृति को खूब सराहा। साथ ही विदेशी कलाकारों ने नारा दिया. ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया‘* 

•धान बना सोना

छतीसगढ़ राज्य की पहचान पूरे देश में धान के कटोरे से की जाती है. यहां किसानों का आय का प्रमुख साधन धान ही है। प्रदेश में धान सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर ही बेची जाती है। प्रदेश की एक बहुत बड़ी किसान आबादी को ध्यान में रखकर भूपेश बघेल की सरकार ने धान का समर्थन मूल्य तो बढ़ाया ही, साथ ही प्रति क्विंटल 600 रूपये की प्रोत्साहन राशि भी किसान को दी। ये किसानों के लिए किसी बड़ी सौगात से कम नहीं है। 

•मुख्यमंत्री गोधन न्याय योजना      

भूपेश सरकार की गोधन न्याय योजना देश की इकलौती ऐसी योजना है, जिसके अंतर्गत किसानों से गाय का गोबर खरीदा जा रहा है। इस योजना की शुरूआत 20 जुलाई 2020 को की गई थी। पिछले तीन सालों में लाखों की संख्या में गौपालक इसे लाभान्वित हुए हैं, और गाय का गोबर बेचकर उन्हें अच्छी खासी कमाई भी हुई है। 

Devendra Singh

This news is News Editor Devendra Singh