नेगेटिव खबरों के बीच यह है पॉजिटिव खबर, 75% मरीज 60 साल के उम्र के हो रहे हैं ठीक

4/17/2021 5:44:17 PM

जबलपुर(विवेक तिवारी): मध्य प्रदेश में कोरोना के आंकड़े लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। जो लोगों को डरा रहे हैं और नकारात्मक खबरों से मन पूरी तरह से आशंकित हो रहा है लेकिन इस बीच जबलपुर से अच्छी खबर भी है। अच्छी खबर इसलिए कह सकते हैं की इससे लोगों का मनोबल मजबूत होगा और उनका  अनुशासन  भी नहीं टूटेगा। जबलपुर में जो कोरोना मरीज  भर्ती है और जो ठीक होकर घर  आ रहे हैं, उनसे पंजाब केसरी ने बातचीत की और जबलपुर के आंकड़ों पर विश्लेषण किया और पूछा गया कि यहां पर कोरोना मरीज के ठीक होने का रिकवरी रेट कैसा है और किस उम्र के लोगों पर कोरोना का सीधा असर हो रहा है और किस हद तक लोग इसमें ठीक भी हो रहे हैं हमने जो अध्ययन किया उससे हमें पता चला कि जबलपुर में 75% वे  मरीज भी ठीक हो गए हैं जो कि 60 साल की उम्र ऊपर के थे और कई गंभीर बीमारियों से भी जूझ रहे थे।



अगर यह परिणाम निकल कर सामने आ रहे हैं तो उसमें व्यक्ति का अनुशासन और डॉक्टरों की मेहनत भी शामिल है। हमने स्वस्थ होकर घर आ रहे 60 साल के उम्र से अधिक लोगों के साथ चर्चा की इसके साथ ही युवा वर्ग के लोगों से भी चर्चा की जो जबलपुर के शासकीय अस्पताल यानि कि मेडिकल कॉलेज या विक्टोरिया में भर्ती जो मरीज थे। उन्होंने जो अपने अनुभव बताए वह बेहद ही सकारात्मक थे मेडिकल में भर्ती कई मरीजों से जब हमने चर्चा की उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के जो जूनियर डॉक्टर हैं वह मरीजों को बेहद सपोर्ट कर रहे हैं। उनमें सेवा भावना कूट-कूट के भरी हुई है।


मरीजों ने यह भी कहा कि हम तो हौंसला तोड़ रहे थे लेकिन जूनियर डॉक्टरों ने हमारा हौंसला बढ़ाया है। उनकी बदौलत ही हम घर पहुंच पाए हैं। यह बेहद ही अच्छे संकेत हैं। इस लिहाज से जब चारों तरफ कोरोनावायरस है, नकारात्मक  माहौल बना हुआ है। हमें कोरोना से जंग जीतने के लिए अनुशासन के साथ-साथ सावधानी भी रखनी होगी। सावधानी ऐसी कि कोरोना  की चपेट में ना आएं लेकिन अगर आप आ  भी गए तो हम कोरोना  से जंग जीत सकते हैं यह भावना भी रखनी पड़ेगी। फिलहाल जबलपुर की दृष्टि से क्या-क्या फैक्ट हैं जो कि सकारात्मक बना रहे हैं। आइए आपको बताते हैं।



3 गुना से ज्यादा बड़े केस पिछले साल से ...
मार्च में जब जबलपुर में कोरोना  आया था और इसका  आंकड़ा सितंबर तक 500 से ऊपर प्रतिदिन तक गया था। इतना ज्यादा नहीं था जो इस बार है इस बार पिछली बार की तुलना में 3 गुना ज्यादा केस  आ रहे हैं। फिर भी स्थिति कंट्रोल में कही जा सकती है। पिछली बार बिस्तर 700  थे लेकिन इस बार बिस्तर 2400 है। वही सैंपल की संख्या पहले जब 1500  प्रतिदिन की  जा रही थी। वह अब 2800 कर दी गई है। इसके साथ ही लगातार सैंपलिंग की संख्या बढ़ाई भी जा रही है। जबलपुर में 13 जिलों के मरीज आ रहे हैं लिहाजा लगातार बिस्तर भर भी गए गौर करने वाली  बात यह है कि जो बाहर के मरीज आए हैं। उनमें से आधे विस्तार भर गए।

मनमोहन नगर और ज्ञानोदय बन गए है तैयार है ऑक्सीजन बेड्स के लिए…
मनमोहन नगर और ज्ञानोदय कोविड सेंटर  भविष्य की  बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए ऑक्सीजन युक्त तैयार हो गए हैं। जल्दी यहां पर चिकित्सा शुरू हो जाएगी। तब जबलपुर में  समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। जबलपुर को इस लिहाज से तैयार किया जा रहा है कि अगर 13 जिलों के जो मरीज आ रहे हैं, उनको भी किसी प्रकार की तकलीफ ना होने पाए। जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर  शर्मा ने बताया कि लगातार हम प्लान तैयार करते जा रहे हैं और भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए हमारी पूरी तैयारी है।


फीवर क्लिनिक से बन रहा सकारात्मक माहौल ...
फीवर  क्लीनिक में मौजूद डॉक्टर वहां पर पहुंचने वाले मरीजों के साथ  सकारात्मक व्यवहार कर रहे हैं क्योंकि जो सीजन चल रहा है वह सर्दी और वायरल का ही है। ऐसे में फीवर क्लीनिक पर बैठे डॉक्टर मरीज को सही सलाह दे रहे हैं। साधारण सर्दी खांसी को पहचान कर उनको साधारण सर्दी खांसी की ही दवा दी जा रही है। उनको समझाया भी जा रहा है कि अगर आपको सर्दी खांसी है तो आप दवा  दवा लीजिए और घर में एकांत में रहिए  बकायदा सभी का नंबर यहां पर लिया जा रहा है और लगातार उनसे संवाद भी स्थापित किया जा रहा है। फीवर क्लीनिक के मौजूद डॉक्टरों ने काफी हद तक लोगों की समस्या खत्म कर दी है। 24 लाख की आबादी में बदलते  से सीजन में भी बीमारियां आफत लेकर आती है लेकिन इस माहौल के बीच में भी फीवर क्लीनिक में काफी सहायता दी है। 


3000 लोगों की रोज हो रही मॉनिटरिंग …
घर में रह रहे तीन हजार मरीजों की रोज कोरोना  कंट्रोल सेंटर से मोनिटरिंग  की जा रही है लगातार डॉक्टर वीडियो कॉलिंग के जरिए उनसे संपर्क में है। उनको सलाह दे रहे हैं उनका मनोबल बढ़ा रहे हैं जिससे घर में ही रहकर इलाज करा रहे लोगों का रिकवरी रेट भी बेहतर हो रहा है। काफी हद तक वह ठीक हो गए हैं। वे एक बेहद ही राहत की खबर है। लगातार अच्छे परिणाम भी निकल कर सामने आ रहे हैं और लोग भी इसकी तारीफ कर रहे हैं।

घर घर जाकर कलेक्टर खुद मांग रहे सुझाव ...
जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा घर  में रह रहे मरीजों के पास स्वयं जा रहे हैं और उनसे सलाह भी मांग रहे हैं कि किस तरह से और भी सुधार किए जा सकते हैं। लगातार इस अभियान को व्यापक रूप से बढ़ाया जा रहा है और उनमें विश्वास पैदा किया जा रहा है कि विपरीत हालातों में भी हम किस तरह से जंग जीत सकते हैं। जबलपुर कलेक्टर ने कहा कि यह सच है कि लगातार केस  बढ़ रहे हैं लेकिन हम संसाधन से पीछे नहीं है। लगातार मरीजों के लिए हम व्यवस्था कर ही रहे हैं। हमने जोनवार लगातार अधिकारियों की टीम भी लगा दी है जो लगातार काम कर रहे हैं। हमारा मकसद लोगों को राहत देना है और इसको लेकर जबलपुर जिला प्रशासन पूरी तरह से जुटा हुआ  है किसी भी तरह से हम पीछे नहीं रहने वाले हैं।

 

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This news is Content Writer meena