100 करोड़ के नोटों से सजता है प्रदेश का यह मंदिर, गहनों का लगता है ढेर

10/31/2018 6:02:46 PM

रतलाम: हिन्दुओं के लिए साल का सबसे बड़ा त्यौहार दीपोत्सव धूमधाम से देश भर में मनाया जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा कर हर कोई धन, धान्य, संपत्ति और सुख समृद्धि की कामना करता है| मंदिरों में मां लक्ष्मी को भेंट भी चढ़ाई जाती है। लेकिन एक ऐसा मंदिर मध्य प्रदेश में है जहां भक्त थाली में नोटों की गड्डियां और गहने सजाकर लाते हैं और माता के दरबार में भेंट स्वरुप चढ़ा देते हैं। इसी भेंट से मंदिर का श्रृंगार किया जाता है| करोड़ों रुपए के नोटों की झालर मंदिर की खूबसूरती बढ़ाती है और गहनों से माता का श्रृंगार होता है, और दीवाली के बाद भाईदूज पर प्रसाद के रूप में गहने और नोटों की गड्डियां भक्तों को मिलती है| रतलाम के माणकचौक स्थित प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर में अनूठी परंपरा देश भर में प्रचलित है।



मंदिर में करोड़ों रुपए के नोट और जेवरात से मां महालक्ष्मी का शृंगार किया जाएगा। यह शृंगार धनतेरस से दीपावली तक रहेगा। मंदिर को सजाने की तैयारियां भी शुरू कर दी है। नोटों की लड़ियां बनने लगी हैं तो लाइटिंग का काम चल रहा है।  पिछले साल मंदिर में श्रद्धालुओं ने इतना धन रखा था कि जगह कम पड़ गई थी।  धनतेरस से  दीपावली तक यह मंदिर करोड़ों रुपए के नोटों से सजा रहेगा। इस दौरान हजारों भक्त मंदिर के अद्भुत सौंदर्य को देखने पहुंचेंगे। पिछले साल भी 100 करोड़ रुपए मूल्य के नोटों और गहनों से यह मंदिर सजा था। यहां पर धन की देवी के लिए करोड़ों के नोटों से बना खास वंदनवार लगाया गया है|   मंदिर में देशभर के लोग हीरे, जेवरात, सोने-चांदी के आभूषण, नकदी शृंगार सामग्री के रूप में मंदिर में चढ़ते है।  यहां नोटों, गड्डियों और आभूषणों से ही शृंगार किया जाता है। पिछले साल करीब 100 करोड़ के नोटों से मंदिर सजा था। भाईदूज से सामग्री लौटाने की शुरुआत हो होती है।

 

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