व्यापारियों ने किया कृषि उपज मंडी में कब्जा! हर तरफ लगा दिए बोरे के पहाड़
11/14/2022 8:23:02 PM
हरदा (राकेश खरका): कृषि मंत्री कमल पटेल के ग्रह जिले की खिरकिया कृषि उपज मंडी में व्यापारियों का कब्जा सा हो गया है। नियमों को धता बताते हुए अंधेर नगरी चौपट राजा की तर्ज पर मंडी का दोहन किया जा रहा है। अभी कुछ दिन पहले ही कृषि उपज मंडी के प्रभारी सचिव दीपक चतुर्वेदी को विभाग द्वारा निलंबित कर दिया गया जिसके बाद मंडी की हालत बद से बदतर हो गई है।
व्यापारी नही करते खरीदे अनाज का परिवहन...
मंडी में लायसेंस प्राप्त व्यापारी प्रतिदिन हजारों क्विंटल उपज की खरीदी करते हैं। परन्तु उन हजारों बोरे अनाज का वहीं मंडी में खाली जगह में भंडारण कर बड़े बड़े पहाड़ लगा दिए हैं। जिसके कारण मंडी में ट्रेक्टर ट्रॉली व अन्य वाहनों को प्लेटफार्म से कांटे तक व कांटे से संबंधित व्यापारी के प्लेटफार्म तक जाने में घंटों जाम का सामना करना पड़ रहा है। जिसके कारण कई बार किसान आपस में झगड़ा करते हैं लेकिन व्यापारियों से नियमो का पालन करवाने में मंडी समिति नाकाबिल साबित हो रही है।
जिसको प्रभारी बनाया उससे नही बनेगी व्यवस्था!...
दीपक चतुर्वेदी के निलंबन के बाद जिनको प्रभारी सचिव बनाया गया है। वह मंडी की व्यवस्था नही संभाल पा रहे हैं। सीनियर होने के नाते सहायक निरीक्षक रामशंकर बांके को प्रभारी सचिव बनाया गया है। लेकिन बांके प्रांगण प्रभारी रहते हुए व्यापारियों के द्वारा मंडी को गोदाम में परिवर्तित करने के मुख्य जिम्मेदार ही यह बांके है। अब यह उनसे न तो बोल पा रहे हैं कि माल का परिवहन करो ना ही कोई कागजी आदेश जारी कर सकते हैं।
बांके द्वारा सोरन में किया जाता है गोलमाल!
मंडी में जहां किसानों की ट्रालियों का भाव किया जाता है। भाव के समय प्लेटफार्म पर अनाज गिरता है। बताया जाता है कि गिरे हुए अनाज को सहायक निरीक्षक बांके के द्वारा रखे गए लोगों के द्वारा समेटा जाता है। जो लम्बे अरसे से इस सोरन को समेटते है जो प्रतिदिन क्विंटलों में होती है। उसका कोई हिसाब किताब मंडी में लिखित नहीं है। उसको चलने से साफ करवा कर बेच दिया जाता है। जबकि यह सोरन का पैसा मंडी की आय के रूप में जमा होनी चाहिए। एक ओर जहां मंडी में आदिवासी क्षेत्रों से आए किसानों द्वारा बताया गया है, कि जिस मंडी उप निरीक्षक को मंडी के मुखिया के रूप में अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। वह न तो सही ढंग से सुन सकता है, जबकि उसे समझाने के लिए इशारों का प्रयोग कर उसे अपनी समस्या किसान बताते हैं, और घण्टो उसके सामने इशारे करते नजर आते हैं। अब किसान और व्यापारी व कर्मचारी अपनी समस्या कैसे हल कराएं क्या मंडी में प्रभारी सचिव के सामने इशारे करें और क्या प्रभारी सचिव सबके इशारे समझ पाते हैं, और किसान इतने व्यस्तस्तम समय में अपनी उपज बेचने के लिए ऐसे मंडी सचिव को अपना समय खराब होना बता रहे हैं।
वहीं विधायक प्रतिनिधि ललित पालिवाल का कहना है कि कृषि मंत्री जी को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया गया है। जल्द व्यवस्था में सुधार लाया जाएगा व्यापारियों को मौखिक निवेदन किया गया है कि माल का परिवहन कर जगह खाली करें। तो वहीं शैतान पटेल ने कहा है कि कृषि उपज मंडी में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है भाजपा नेता आंखों पर पट्टी बांध कर बयान देते हैं मंडी सचिव से नही संभल रही व्यवस्था।