स्वास्थ्य अधिकारियों का तुगलकी फरमान, टीकाकरण से पहले कोरोना टेस्ट अनिवार्य

5/28/2021 7:30:07 PM

अशोकनगर(भारतेंदु सिंह बैस) एक ओर जहां अधिकारी बैक्सीनेशन अधिक से अधिक किया जा सके इसके लिए गांव गांव पहुंचकर लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील कर रहे हैं। वहीं आज नगर में ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से चलने बाले वैक्सीनेशन सेंटर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का तुगलकी फरमान देखने मिला। जहां ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर वैक्सीन लगवाने पहुंचे लोगों को टीकाकरण से पहले कोरोना का आरटीपीसीआर टेस्ट करवाना अनिवार्य कर दिया। जिसका लोगों ने विरोध किया और उसके बाद भाजपा कांग्रेस के स्थानीय पदाधिकारियों के अलावा तहसीलदार दिनेश सांवले व नायाब तहसीलदार शैलेंद्र भार्गव ने मौके पर पहुंचकर यहां मौजूद बीएमओ अमित पांडेय से चर्चा की और कैसे वैक्सीनेशन कक्ष में कोरोना की सैपलिंग की जा रही है के बारे में पूछताछ की साथ ही तुरंत कोरोना की सैपलिंग को बंद कराया।



दरअसल देखा जाए तो आज उस समय मिडिल स्कूल वैक्सीनेशन सेंटर पर स्थिति बिगड़ गई जब अचानक स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने यहां लाइन में लगे लोगों की टीकाकरण से पहले कोरोना की जांच की जाने लगी जिसका लोगों ने विरोध किया। जिसके बाद मौके पर पहुंचे बीएमओ ने जिले के अधिकारियों के पत्र का हवाला देकर वैक्सीनेशन आवश्यक बताया लेकिन लोगों का कहना था कि उन्होंने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। किसी तरह की कोई शर्त नहीं दी गई कि कोरोना की जांच कराना आवश्यक होगी। जिसके बाद लगभग दो घंटे तक अधिकारियों से बातचीत हुई और उसके बाद सैपलिंग को बंद करा दिए लेकिन आगे कोरोना की जांच अनिवार्य होगी या नहीं यह कोई स्पष्ट नहीं कर पाया। पूरे मामले को देखा जाए तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जांचे नही हो रही इसलिये यहाँ जांच कराई जा रही है तो सवाल यह उठता है कि बैक्सीनेशन के दो दिन बाद कोई व्यक्ति पॉजिटिव आता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा क्योंकि पॉजिटिव व्यक्ति को तीन माह तक बैक्सीनेशन न कराने की गाइडलाइन जारी हुई है।

meena

This news is Content Writer meena