एक पद के दो दावेदार, छतरपुर में ''SDM कौन'' पहेली से जनता परेशान

11/27/2019 3:14:45 PM

छतरपुर(राजेश चौरसिया): एसडीएम छतरपुर की कुर्सी को लेकर बीते पांच महीनों से विवाद चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। इस विवाद ने बीते शुक्रवार को फिर एक नया मोड़ लिया था। जहां हाई कोर्ट के आदेश पर अनिल सपकले ने SDM का प्रभार तो संभाल लिया लेकिन के.के. पाठक का कहना है कि, 'SDM मैं ही हूं।'


सपकाले और पाठक दोनों ही SDM पद के दावेदारी 
बता दें कि छतरपुर में डिप्टी कलेक्टर अनिल सपकाले हाईकोर्ट का ताजा आदेश लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर को प्रतिवेदन भेजते हुए एसडीएम का प्रभार ले लिया था। मौजूदा एसडीएम केके पाठक के मुख्यालय से बाहर होने के चलते सपकाले न केवल उनकी कुर्सी पर बैठे बल्कि तहसीलदारों को आदेश भी दिए और कहा कि अब वहीं एसडीएम हैं और उनके ही आदेश को माना जाए। वहीं कलेक्टर मोहित बुंदस का कहना है कि के के पाठक ही छतरपुर के एसडीएम हैं, उनके प्रभार में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।



गौरतलब है कि यह विवाद 25 जुलाई को उस समय उठा जब एसडीएम रहे अनिल सपकाले का छतरपुर से सागर तबादला कर दिया गया। उन्हें कलेक्टर ने एकतरफा रिलीव कर दिया था। इस आदेश को सपकाले ने हाईकोर्ट में चुनौती दी। जहां से उन्हें स्थगन मिल गया। इस पर उन्होंने हाईकोर्ट के आदेश की प्रति उच्च अधिकारियों को भेजते हुए एसडीएम का प्रभार लेने की सूचना भेज दी।



बाद में कलेक्टर बुंदस ने उन्हें मुख्यालय में डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ करने का आदेश जारी किया और पाठक को एसडीएम का प्रभार दे दिया। इस पर सपकाले द्वारा हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल की गई है। जिसपर अंतरिम आदेश देते हुए कोर्ट में समान पद पर कार्य करते रहने के लिए निर्देशित किया।



वहीं अनिल सपकाले और केके पाठक के बैठने से लोग समझ ही नहीं पा रहे कि असली SDM कौन है। जिसके चलते रोजाना और दिनभर एसडीएम और तहसील कार्यालय में असमंजस का माहौल बना रहता है। 

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This news is Edited By meena