वीडी शर्मा बोले- पटवारी ने संवैधानिक व्यवस्थाओं का मखौल उड़ाया, अभिभाषण पार्टी विशेष के लिए नहीं, प्रदेश के लिए होता है

3/8/2022 4:30:33 PM

इंदौर(सचिन बहरानी): राज्यपाल के अभिभाषण के विरोध को लेकर जीतू पटवारी के फैसले पर कांग्रेस ने किनारा कर लिया है। साथ ही भाजपा नेता लगातार उन पर निशाना साध रहे हैं। इसी कड़ी में भाजपा के प्रदेशध्यक्ष वीडी शर्मा ने जीतू पटवारी को घेरा है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक व्यवस्थाओं का इस लोकतंत्र के अंदर इससे बड़ा कोई मख़ौल नहीं हो सकता, क्योंकि राज्यपाल किसी दल के नहीं होते और राज्यपाल का अभिभाषण पूरे प्रदेश के लिए होता है, प्रदेश की उन्नति के लिए होता है ना की किसी पार्टी विशेष के लिए। लेकिन जिस तरीके से कल विधानसभा में जो हुआ हुआ लोकतांत्रिक मर्यादाओं का मख़ौल है और खुला उल्लंघन है, जिसकी कड़ी आलोचना करता हूं।

इंदौर पहुंचे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने जेपी नड्डा के इंदौर प्रवास सहित राज्यपाल के अभिभाषण के बहिष्कार और कांग्रेस के लड़की हूं लड़ सकती हूं अभियान को लेकर मीडिया से चर्चा की। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के इंदौर आगमन को लेकर वीडी शर्मा ने कहा कि आज भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा का इंदौर उज्जैन और देवास में तय कार्यक्रम है, जिसको लेकर भाजपा के कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह है और उनकी अगवानी और स्वागत को लेकर भव्य तैयारियां भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा की गई हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला दिवस के मौके पर पोषण आहार संयंत्र का शुभारंभ भी करेंगे। वही इंदौर में तय कार्यक्रमों के अनुरूप सभी मोर्चों के अध्यक्ष के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष बैठक करेंगे। वहीं पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के द्वारा राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार करने को लेकर वीडी शर्मा ने कहा कि संवैधानिक व्यवस्थाओं का इस लोकतंत्र के अंदर इससे बड़ा कोई मख़ौल नहीं हो सकता, क्योंकि राज्यपाल किसी दल के नहीं होते और राज्यपाल का अभिभाषण पूरे प्रदेश के लिए होता है। प्रदेश की उन्नति के लिए होता है ना कि किसी पार्टी विशेष के लिए। लेकिन जिस तरीके से कल विधानसभा में जो हुआ हुआ लोकतांत्रिक मर्यादाओं का मख़ौल हुआ है और खुला उल्लंघन है, जिसकी कड़ी आलोचना करता हूं।

वहीं कांग्रेस के लड़की हूं लड़का सकती हूं अभियान के तहत महिला दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों को लेकर उन्होंने कहा कि लड़कियों को आगे बढ़ाना चाहिए और कभी बेटियों को अभिशाप माना जाता था लेकिन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में अब बेटियां वरदान साबित हो रही हैं, तो इसमें बेटियों को लड़ाने की बात कही नहीं आती।


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meena

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