नाबालिक गैंग रेप में आया नया मोड़, पीड़िता की मां ने कमिश्नर से शिकायत की, कमिश्नर ने दिए मामले में जांच के आदेश

2/8/2022 7:26:45 PM

इंदौर (सचिन बहरानी): कभी कभी कोई काम ऐसा भी होता है। जिसका परिणाम कुछ ऐसा सामने आता है। जिसकी सोच भी सोच से परे होती है। ऐसा ही कुछ प्रदेश की अर्थिक राजधानी इंदौर में हुआ और अब इस मामले में पुलिस के आला अधिकारियों को जांच के आदेश पुलिस कमिश्नर इंदौर हरिनारायण चारि मिश्र ने दिए हैं। इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र में हुई घटना और घटनाक्रम की जांच पुलिस के आला अधिकारी करेंगे।

कार्रवाई के लिए कमिश्नर इंदौर हरिनारायण चारि मिश्र

गौरतलब है कि इंदौर के लसूडिया थाना क्षेत्र में पिछले दिनों एक नाबालिक की ओर से दो रसूखदारों के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इनमें से एक आरोपी को पुलिस ने कुछ घंटो में ही गिरफ्तार कर लिया था। जबकि दूसरे रसूखदार इंदौर विकास प्राधिकरण के इंजीनियर के खिलाफ पुलिस ने 5 हजार इनाम घोषित किया है। अब इस पूरे मामले में नया मोड़ हो सकता है, जब शिकायतकर्ता की मां ने लिखित शिकायत लेकर दो एडवोकेट के साथ इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र से की। जिसमें पीड़िता की मां और वकीलों ने कहा कि पूरा मामला गलत दर्ज किया गया है। कमिश्नर ने पूरी बात सुनकर थाना प्रभारी के खिलाफ जांच के निर्देश दिए हैं।

एक गिरफ्तार, दूसरा फरार

गौरतलब है कि पिछले दिनों इंदौर के लसूड़िया थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है। मामले में लसूड़िया थाना में अपराध भी पंजीबद्ध किया गया। शिकायत के बाद दो मुख्य आरोपी सुनील सिंघल और दिनेश गोयल जो इंदौर विकास प्राधिकरण में इंजीनियर के पद पर कार्यरत है के नाम पर केस दर्ज किया गया था। जिसमें सुनील सिंघल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं प्राधिकरण के इंजीनियर दिनेश गोयल की तलाश पुलिस कर रही है। वहीं पिछले दिनों देर रात उसके घर पर भी दबिश दी गई थी। लेकिन इंजीनियर अपने परिवार सहित कहीं लापता हो गया है।

पुलिस ने विकास प्राधिकरण को लिखा पत्र 

पुलिस ने आरोपी पर 5000 रूपये का इनाम भी घोषित कर दिया गया था। वहीं शासकीय कर्मचारी होने के कारण आरोपी पर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने प्राधिकरण को भी पत्र लिखकर सूचित किया है। ताकि विभाग भी उस पर कार्रवाई कर सकें। मंगलवार को दर्ज मुकदमे में एक नया पहलू खुलकर सामने आया, जब नाबालिग की मां 2 वकीलों के साथ पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र से मिलने पहुंची। शिकायत प्राप्त करने के बाद पुलिस कमिश्नर ने मीडिया से बात करते हुए मामले में पुलिस के बड़े अधिकारियों से थाना प्रभारी द्वारा दर्ज मामले की जांच कराने की बात कही है। 

पहले भी दर्ज हुए हैं पीड़िता के बयान 

पूर्व में थाना लसूड़िया थाने में दर्ज मामले में निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। कमिश्नर कार्यालय पहुंचे महिला के साथ पहुंचे एडवोकेट अभिराज श्रीवास्तव और अरण मिश्रा ने कहा दर्ज हुए मामले को लेकर दबाव प्रभाव और राजनीति से प्रेरित होने की बात मीडिया से कहते और मामला दर्ज कर लिया गया है। कई लोगों पर इस मामले को प्रायोजित होना और गलत बताया गया है। लेकिन अब देखना यह होगा कि क्या शिकायत और जांच के बाद संबंधित थाने के पुलिसकर्मियों पर गाज गिरती है या फिर घटनाक्रम में किस तरह की और क्या जांच के बाद सच्चाई सामने आती है। वहीं पीड़िता की मां के वकील ने बताया कि इस मामले में सितंबर महीने में भी पीड़िता के बयान दर्ज किये गए थे और फिर पीड़िता को बुलाकर मामला दर्ज कर दिया गया।  

 

 

 

 

 

 


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News Editor

Devendra Singh

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