मध्यप्रदेश की सियासत में वीडियो वॉर, CM शिवराज का वायरल वीडियो फॉरवर्ड कर फंस गए IG

6/15/2020 4:43:20 PM

जबलपुर (विवेक तिवारी): मध्य प्रदेश की सियासत में इन दिनों ऑडियो और वीडियो वॉर चल रहा है। कभी कांग्रेस की ओर से बीजेपी के खिलाफ वीडियो जारी होते हैं। तो कहीं बीजेपी की ओर से कांग्रेस के खिलाफ, जाहिर सी बात है उपचुनाव की घड़ी है तो वीडियो वॉर तो चलेगा ही, चुनावी वक्त में यह आम बात हो जाती है। लेकिन इस बीच एक वीडियो ने मध्य प्रदेश के एक आईपीएस अफसर को मुसीबत में डाल दिया है। जबलपुर में आईजी के पद पर पदस्थ भगवत सिंह चौहान ने एक मीडिया ग्रुप में उस वीडियो को फॉरवर्ड कर दिया, जो वीडियो इन दिनों जमकर शेयर हो रहा है, और उसी वीडियो के आधार पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ एफ आई आर भी दर्ज हो चुकी है। अब ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का वह फेक वीडियो जो कि एडिट किया गया है, वह एक आईजी स्तर के अफसर ने फॉरवर्ड किया है।



जिस वीडियो को आईजी ने एक मीडिया ग्रुप में फॉरवर्ड किया है। यह वही वीडियो है जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यह कह रहे हैं कि मध्यप्रदेश में दारू इतनी फैला दो कि लोग पियें और पड़े रहें। हालांकि यह वीडियो फेक और एडिटेड है ओरिजिनल वीडियो 2 मिनट 19 सेकंड का है जिस पर छेड़छाड़ करके 9 सेकंड का वीडियो तैयार करके वायरल किया गया। यह वीडियो बाद में अपने ट्विटर पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी जारी किया। जिन पर FIR हो चुकी है। लेकिन अब जब एक पुलिस अफसर ने वीडियो फॉरवर्ड किया है तो कांग्रेस ने अफसर को अलग करने के साथ प्रकरण दर्ज करने की भी मांग की है।


हालांकि आईजी ने जिस ग्रुप में वीडियो फॉरवर्ड किया वे उस ग्रुप से तत्काल लेफ्ट भी हो गए। बाद में सफाई देते रहे कि ‘मैं एसपी को कार्यवाही के लिए यह वीडियो फॉरवर्ड कर रहा था जो कि इस ग्रुप में चला गया’ लेकिन सवाल यही उठता है अगर गलती से वीडियो फॉरवर्ड भी हो गया था तो ग्रुप से लेफ्ट होने की क्या जरूरत थी। उसमें मैसेज और सफाई भी दी जा सकती थी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। आईजी ने वीडियो डाला कुछ देर बाद ग्रुप में हलचल मचने लगी। आईजी को एहसास हुआ कि कुछ गड़बड़ हो गई है उसके बाद उन्होंने तत्काल ग्रुप को छोड़ दिया। ऐसे में अब इस वीडियो के फेर में आईजी की कुर्सी भी दांव पर लग गई है। सवाल यही उठने लगा की इतनी तत्परता जब आएगी साहब ने दिखाई तो पुलिस अधीक्षक को इस वीडियो के बारे में बता भी सकते थे। फॉरवर्ड करने की जरूरत ही क्या थी। क्योंकि यह वीडियो पिछले 3 दिनों से हर ग्रुप और फेसबुक में चल रहा है। ऐसे में आईजी की नियत क्या थी, सवालों के घेरे में आ गई है। हालांकि कहा जा रहा है कि आईजी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गुड लिस्ट में शामिल हैं। लेकिन जब 15 महीने की सरकार कांग्रेस की रही तो कमलनाथ से भी इनके संबंध जगजाहिर हैं। हर पार्टी में इनकी गहरी पकड़  रहती है। लेकिन सवाल यही उठता है कि जिस तरह से वे अब वीडियो वॉर के विवाद में आ गए हैं वह इससे कैसे निकल पाएंगे।

Vikas kumar

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