raigad news: फ्लाई ऐश के परिवहन पर ग्रामीणों ने लगाई रोक, जानिए क्या है पूरा मामला

6/7/2022 3:10:50 PM

रायगढ़ (पुनीराम रजक): रायगढ़ जिले के लारा स्थित एनटीपीसी के 4 हजार मेगावाट पावर प्लांट से निकलने वाले फ्लाई ऐश के परिवहन पर ग्रामीणों ने रोक लगा दी है। ग्रामीणों ने फ्लाई ऐश डाइक जाने वाले रास्ते पर गड्ढा खोदकर रास्ता बंद कर दिया है। ग्रामीण निजी जमीन पर से गुजरकर फ्लाई ऐश के परिवहन कराएं जाने से नाराज हैं। ग्रामीणों का कहना है कि एनटीपीसी प्रबंधन ने बिना अधिग्रहण के उनकी जमीन पर रास्ता बना दिया है और खेत से फ्लाई ऐश का परिवहन किया जा रहा है। ऐसे में वह अपनी जमीन पर परिवहन नहीं होने देंगे। रास्ता बंद होने के बाद एनटीपीसी से फ्लाई ऐश का परिवहन दो दिनों से बंद पड़ा है। ऐसे में एनटीपीसी की परेशानी बढ़ सकती है।

किसानों की निजी जमीन पर फ्लाई ऐश का परिवहन 

दरअसल लारा स्थित एनटीपीसी के 4 हजार मेगावाट पावर प्लांट के लिए आसपास के 9 गावों की जमीनों का अधिग्रहण किया गया था। एनटीपीसी से हर दिन 12 हजार मेट्रिक टन फ्लाई ऐश का उत्सर्जन होता है, जिसे प्लांट फ्लाई ऐश डाइक में स्टोर करता है। ऐश डाइक से इस फ्लाई ऐश को ईंट सीमेंट व लैंड फिलिंग के लिए डिस्पोज किया जाता है। एनटीपीसी ने कांदागढ में फ्लाई ऐश डाइक बांध का निर्माण किया है। लेकिन ऐश डाइक से फ्लाई ऐश के परिवहन के लिए जिस जमीन का उपयोग एनटीपीसी कर रहा है, वो किसानों की निजी जमीन है जिसका एनटीपीसी ने अधिग्रहण नहीं किया है। ग्रामीण इसी को लेकर नाराज हैं।

विधिवत अधिग्रहण और मुआवजे की प्रक्रिया पूरी करे NTPC: किसान  

ग्रामीणों का कहना है कि निजी जमीन को बिना अधिग्रहण के लिए रास्ते के रुप में कैसे उपयोग किया जा सकता है? इतना ही नहीं ग्रामीणों का ये भी कहना है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के मद से बनी सड़कों में हैवी गाडियां चलाई जा रही हैं। जिससे न सिर्फ सड़कें खराब हो रही हैं बल्कि हादसे भी हो रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर एनटीपीसी को जमीनों का उपयोग करना है कि तो विधिवत अधिग्रहण कर बोनस व मुआवजे की प्रक्रिया पूरी करें। नहीं तो ग्रामीण फ्लाई ऐश का परिवहन नहीं होने देंगे।

सहयोग नहीं कर रहा NTPC: SDM

एसडीएम का कहना है कि ये मामला उनके संज्ञान में आया है। फ्लाई ऐश कहां पर डंप हो रहा है, इसकी जांच की जाएगी। एसडीएम का ये भी कहना है कि ग्रामीण रोजगार की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन एनटीपीसी प्रबंधन का जैसा सहयोगात्मक रुख होना चाहिए वो नहीं दिख रहा है। प्रशासन स्तर पर भी प्रबंधन से चर्चा की जा रही है।

Devendra Singh

This news is News Editor Devendra Singh