लॉकडाउन के दौरान दो दिन से खाने के लिए परेशान ग्रामीण, दबंगों की वजह से नहीं मिल रहा खाना

3/29/2020 4:49:52 PM

मुरैना/कैलारस (मोहम्मद जुनैद खान): कोरोना संक्रमण को देखते हुए केंद्र व राज्य सरकार ने सभी जगह लॉकडाउन कर दिया है, जिसके चलते गरीब और ग़रीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगो को एक माह एडवांस राशन दिया गया है, ताकि कोई व्यक्ति भूखा ना रहे। लेकिन मुरैना जिले की कैलारस तहसील के ग्राम गुलपुरा में रहने वाले नाथा समुदाय के लोगों को राशन तो मिलता है। लेकिन वह उनके घर नही पहुंचता है, जिससे उनके घरों में आज चार दिन से चूल्हा नहीं जल रहा। साथ ही उनके बच्चे भी भूखे हैं, सभी लोग जैसे-तैसे गुजर बसर करने को मजबूर हैं।

दरअसल गुलपुरा में घुम्मकड़ समुदाय में आने वाले नाथ सपेरों के लगभग एक सैकड़ा घर हैं। जिनका जीवन यापन मेहनत मजदूरी या फिर दूसरे गांव में जाकर मांग कर भरण पोषण करके होता है। आज देश मे कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन कर दिया है। जिससे ना तो इन्हें कहीं काम मिल रहा है और न ही किसी गांव में घुसने दिया जा रहा है। नाथ समुदाय के लोगों का कहना है कि ग्रामीण हमें चल रही बीमारी के कारण गांव से भगा रहे हैं। आज हम और हमारे बच्चे दाने-दाने के लिए मोहताज़ हैं। कई घरों में दो दिन से चूल्हा नही जला है। वहीं दूसरी ओर राशन की दुकान से मिलने वाला राशन भी इन्हें नही मिला है। जिसका कारण ये है कि केवल दबंग लोगों ने मजबूरी का फ़ायदा उठाकर इनके गरीबी रेखा के कार्डों को हजार या दो हजार के लगभग चंद रुपयों गिरवी रख लिया है। जिस पर दबंग लोग एक या दो वर्षों से लगातार राशन लेते आ रहे हैं। जिससे उधार लिया रुपया चुकता हो जाए, रुपयों को चुकता करने के चक्कर मे इन गरीबों के हक का राशन दबंग लोग ले जाते हैं। आज भी लॉकडाउन में भी मिलने वाला एडवांस राशन इन्हें न मिलकर दबंग लोग ले गए और इनका परिवार भूखा है बच्चे दाने-दाने के लिए मोहताज़ हैं।

राशनकार्ड के गिरवी रखने और गरीबो के हक़ का राशन दबंग द्वारा लिए जाने को लेकर स्थानीय तहसीलदार नरेश शर्मा का कहना है. कि मौके पर जाकर जांच कर सभी को राशन उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही जो कार्ड गिरवी रखने का मामला है। उसकी खाद्य विभाग के अधिकारियों से जांच करा ली जाएगी और दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी।

Vikas kumar

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