225 करोड़ की टैक्स चोरी में DGGI की बड़ी कार्रवाई, ऑपरेशन कर्क के तहत मुंबई से वाधवानी गिरफ्तार

6/16/2020 11:09:38 AM

इंदौर: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी में पान मसाला, गुटखा में करोंड़ो का टैक्स चोरी मामले में डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (डीजीजीआई), भोपाल ने मुंबई से इंदौर के उद्योगपति किशोर वाधवानी को गिरफ्तार कर लिया है। डीआरआई की मुंबई टीम ने वाधवानी को ऑपरेशन ‘कर्क’ के तहत एक होटल से पकड़ा और भोपाल टीम ने मुंबई में ही उसकी गिरफ्तारी ली।



जानकारी के अनुसार, डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने बिना किसी का नाम लिए बताया कि केंद्रीय विभाग से जानकारी मिली है कि मुंबई से एक आरोपी को इंदौर लाया जा रहा है। उसे मंगलवार सुबह कोर्ट में पेश किया जाएगा। यह भी बताया जा रहा है कि विभाग ने वाधवानी की पांच दिन की रिमांड ले ली है। टैक्स चोरी मामले में वाधवानी ने विजय नायर का हाथ होने की जानकारी मिलने के बाद विभाग ने उन्हें दो बार समन जारी किए थे। लेकिन उनकी कोई भनक तक नहीं लगी इसके बाद टीम ने उनके 64 बी व 65 बी प्रेमनगर स्थित घर पर दबिश भी थी फिर ग्रुप के अन्य दफ्तरों, चैनल के दफ्तर भी टीम पहुंची थी लेकिन वह नहीं मिला। 9 से 12 जून के छापे के बाद से ही विभाग को वाधवानी की तलाश थी। 

बताया जा रहा है कि सांवेर रोड पर एएए इंटरप्राइजेस नाम से कंपनी है, जो विजय नायर द्वारा संचालित की जाती है। एक अन्य कंपनी विष्णु एसेंस का संचालन अशोक डागा व अमित बोथरा करते हैं। दोनों पान मसाले, गुटखे का उत्पादन कर नायर को देते हैं। नायर इसे मध्य प्रदेश के साथ साथ महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य पड़ोसी राज्यों में कच्चे में बेचा जाता है। सौ रुपए में से केवल 20 रुपए का कारोबार ही नंबर एक में होता है, बाकी 80% कारोबार कच्चे में टैक्स चोरी होती है। इस बात को नायर ने कबूल किया है कि वह डमी है लेकिन पर्दे के पीछे वाधवानी का हाथ है जो सारा कारोबार देखता है। 



यही वजह है कि विभाग नायर के बयान को क्राॅस करने और असली मास्टरमाइंड का पर्दाफाश करने के लिए वाधवानी से पूछताछ करना चाहता है। वहीं यह बात भी सामने आई है कि एएए कंपनी नायर के नाम पर तो है, लेकिन उसकी हिस्सेदारी नाममात्र की है। इसमें वाधवानी के कई करीबी, परिजन पार्टनर हैं, ताकि नायर का मालिकाना हक कभी न हो सके।



आपको बता दें कि, गुटखा-सिगरेट पर टैक्स चोरी मामले में अब तक 400 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी जा चुकी है। गुटखा तस्करी के इस गिरोह के केंद्र में मध्य प्रदेश के इंदौर-उज्जैन के कारोबारी और तीन कंपनियां हैं। ये तस्कर इतने शातिर हैं कि डमी व्यक्तियों के नाम से कंपनियां बनाकर खुद पर्दे के पीछे से संचालन करते हैं। जांच एजेंसियों ने पहले एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया था। 

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This news is Edited By meena