MP में किसका होगा राजतिलक, देखें 'पंजाब केसरी' का एग्जिट पोल

12/10/2018 2:55:35 PM

भोपाल: मध्यप्रदेश को जीतने के लिए कांग्रेस और बीजेपी के साथ अन्य दलों ने भरपूर ताकत झोंकी, लेकिन इस बार जनता के दिल में क्या है इसका फैसला तो 11 दिसंबर को हो जाएगा। इस बीच आए एग्जिट पोल ने कांग्रेस को राहत दी है। इसके बाद कांग्रेस राजतिलक की तैयारी में जुट गई है। वहीं सत्ता में चौथी बार आने के लिए शिवराज पूरी तरह तैयार नजर आ रहे हैं और खुद को सब से बड़ा सर्वेयर मान रहे हैं। सभी को 11 तारीख का इंतजार है,  परिणाम क्या होगा वो जल्द सामने आएगा। लेकिन उसके पहले पंजाब केसरी के जमीनी सर्वे ने जो तस्वीर सामने लाई वो बीजेपी की लिए अच्छी खबर हो सकती है तो कांग्रेस को इस से तगड़ा झटका लग सकता है।




पंजाब केसरी की टीम ने मध्यप्रदेश में चुनाव के पहले और बाद में मध्यप्रदेश की हर विधानसभा से लगभग 2,2 हजार लोगों से बात की जिसमें प्रत्येक विधानसभा के लगभग हर कोने की जनता से उनकी राय ली। इसमें मध्यप्रदेश में शिवराज की योजना,कांग्रेस के वर्तमान चुनाव के वादे,वर्तमान प्रत्याशी के साथ भविष्य का मध्यप्रदेश कैसा हो। इस विषय पर चर्चा की ऐसे में जो आंकड़े आए  वो वास्तविक परिणाम के बेहद नजदीकी हो सकते हैं। अगर पंजाब केसरी के एग्जिट पोल के अनुसार मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीट में से 135 सीट पर बीजेपी 94 पर कांग्रेस और 1 सीट बसपा के खाते में जा रही है। पंजाब केसरी ने इन आकड़ो का सर्वेक्षण संभागवार भी किया।

सागर संभाग कुल सीट 26 

जिला सीट बीजेपी कांग्रेस अन्य
सागर 8 3 5 0
टीकमगढ़ 5 2 3 0
छतरपुर 6 5 1 0
दमोद 4 1 3 0
पन्ना 3 2 1 0
कुल 26 13 13 0

ग्वालियर संभाग में 21 सीट आती है ये संभाग केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर,जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा ,मंत्री जयभान सिंह पवैया का प्रभाव वाला संभाग माना जाता है यहाँ पर कांग्रेस ने ज्यादा सीट के लिए बेहद मेहनत की है सांसद ज्योतरदित्य सिंधिया जो मध्यप्रदेश में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री के फेस भी माने जाते हैं उन्होंने काफी मेहनत की वही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कई रोड शो किये लेकिन जो यहाँ से सर्वे में रिपोर्ट आ रही है वो कांग्रेस को निराश कर सकती है यहाँ की 21 सीट में से 18 बीजेपी को तो सिर्फ 3 कांग्रेस के खाते में जाने का अनुमान है अगर ये रिजल्ट में तब्दील हो जाता है तो सिंधिया को यहां से  असफल ही माना जायेगा।

ग्वालियर संभाग कुल सीट 21 

जिला  सीट बीजेपी कांग्रेस अन्य
ग्वालियर 6 6 0  
शिवपुरी 5 4 1 0
गुना     4 3 1 0
अशोकनगर 3 2 1 0
दतिया 3 3 0 0
कुल 21 18 3 0

 

महाकौशल में बीजेपी को भारी बढ़त
मध्यप्रदेश की राजनीति में दोनों प्रदेश अध्यक्ष का नाता महाकौशल से ही है कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ छिंदवाड़ा से है तो राकेश सिंह जबलपुर से है मध्यप्रदेश की राजनीति में जीत हार का फैसला यहाँ से ही होता है। जबलपुर संभाग की बात करें तो यहाँ पर 38 सीट आती है पंजाब केसरी के सर्वे में यहाँ से बीजेपी को 24 सीट और कांग्रेस को 14 सीट मिल रही है। इस बार यहाँ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रधानमंत्री मोदी के साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सब से ज्यादा प्रचार और रणनीति तैयार किया है जिसका असर ज़मीनी सर्वे में भी नजर आ रहा है। लेकिन कांग्रेस यहाँ बुरी तरह फैल हो रही है। जबलपुर जिला महाकौशल का सब से बड़ा जिला है। यहां की 8 सीटों में से 7 बीजेपी और सिर्फ 1 कांग्रेस को मिल रही है, वही छिंदवाड़ा में पिछले चुनाव के मुकाबले यहाँ पर कांग्रेस की सीट बढ़ रही है। इस लिहाज से देखा जाए तो सरकार बनाने में महाकौशल की सब से बड़ी भूमिका होने जा रही है।

जबलपुर संभाग  कुल सीट 38 

जिला सीट बीजेपी कांग्रेस अन्य
जबलपुर 8 7 1 0
डिंडोरी 2 1 1 0
मंडला 3 3 0 0
बालाघाट 6 3 3 0
सिवनी         4 1 3 0
नरसिंहपुर     4 3 1 0
छिंदवाड़ा 7 3 4 0
कटनी 4 3 1 0
कुल 38 24 14 0

 

चंबल में कांग्रेस का दबदबा 
पंजाब केसरी के सर्वे में चंबल संभाग की 13 सीटों पर सिर्फ 3 सीटे बीजेपी के खाते में और 10 सीटें कांग्रेस की खाते में जा रही है। यहां पर कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने सब से ज्यादा मेहनत की थी और ये संभाग कांग्रेस के लिए राहत ले कर आ रहा है। वही बीजेपी के लिए यहाँ से बुरी खबर आ सकती है।

चंबल संभाग  कुल सीट 13

जिला सीट बीजेपी कांग्रेस अन्य 
श्योपुर 2 0 2 0
मुरैना 6 1 5 0
भिंड 5 2 3 0
कुल 13 3 10 0

 

इंदौर संभाग भी बीजेपी के पक्ष में 
इंदौर संभाग में कुल 37 सीट है पंजाब केसरी के सर्वे में यहाँ बीजेपी के खाते में 22 और कांग्रेस के खाते में 15 सीट जा रही है। हालांकि इंदौर जिले से पिछले मंत्रिमंडल में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बाद किसी को भी मंत्रिमंडल में जगह नही मिली थी और इस चुनाव में कैलाश विजयवर्गीय चुनावी मैदान पर भी नही है। लेकिन उनके पुत्र आकाश विजयवर्गीय यहाँ से चुनाव लड़ रहे हैं ।अनुमान के मुताबिक इंदौर संभाग बीजेपी के लिए अच्छे परिणाम ला सकता है।

इंदौर संभाग कुल सीट 37 

जिला  सीट बीजेपी कांग्रेस  अन्य
इंदौर 9 6 3 0
धार 7 6 1 0
अलीराजपुर 2 0 2 0
झाबुआ 3 2 1 0
खरगोन 6 2 4 0
बड़वानी 4 2 2 0
खंडवा 4 2 2 0
बुराहनपुर 2 2 0 0
कुल 37 22 15 0

 

उज्जैन में 1 सीट से कांग्रेस आगे 
मध्यप्रदेश के उज्जैन संभाग में 29 सीटों के अनुमान  में से 14 बीजेपी के खाते में तो 15 कांग्रेस के खाते में जाती दिख रही है।इस लिहाज से कहा जाए तो यहाँ दोनो ही दलों के बीच काटे की टक्कर है और कई दमदार नेताओं की किस्मत दांव पर लगी हुई है।

उज्जैन संभाग कुल सीट 29    

जिला सीट बीजेपी कांग्रेस अन्य
देवास 5 1 4 0
रतलाम 5 3 2 0
शाजापुर 3 2 1 0
मंदसौर 4 2 2 0
नीमच 3 1 2 0
उज्जैन 7 4 3 0
आगर मालवा 2 1 1 0
कुल 29 14 15 0


बुंदलेखंड में बराबरी का मुकाबला 
बुंदेलखंड में इस बार कांग्रेस और बीजेपी में पंजाब केसरी के सर्वे में बराबरी का मुकाबला नजर आ रहा है। सागर संभाग की 26 सीटों में 13 बीजेपी के खाते में तो 13 सीट ही कांग्रेस को मिलने जा रही है।यहां से बीजेपी के तीन बड़े मंत्री आते हैं। ऐसे में कांग्रेस की सीटें जिस तरह से यहाँ पर बढ़ी है उस से बीजेपी को परेशानी में डाल दिया है। अब परिणाम सर्वे के आधार पर कितने तब्दील होते हैं, वो 11 को सब के सामने होंगे। लेकिन जो सर्वे आ रहा है उस से मुकाबला यहाँ बेहद रोचक है।




शहडोल संभाग में कांग्रेस का बुरा हाल 
आदिवासी बाहुल्य संभाग शहडोल में बीजेपी को भारी बढ़त मिल रही है। यहां की 8 सीटों पर 6 पर बीजेपी तो सिर्फ 2 सीट ही कांग्रेस के खाते में दिख रही है। पहले के अनुसार यहां से बीजेपी को भारी बढ़त मिलने का अनुमान मिल रहा है।

शहडोल संभाग कुल सीट 8 

जिला  सीट कांग्रेस बीजेपी अन्य
शहडोल 3 1 2 0
अनूपपुर 3 3 0 0
उमरिया 2 2 0 0
कुल 8 6 2 0

 

रीवा में अजय सिंह का असर ,बीएसपी ने बिगाड़ा गणित 
रीवा संभाग की 22 सीटों पर 11 बीजेपी और 10 सीट कांग्रेस के खाते में जाती दिख रही है।इस संभाग में बहुजन समाज पार्टी का काफी दबदबा माना जाता है लेकिन जीत की सीटें बीएसपी की सिर्फ एक ही आ रही है।लेकिन दोनों ही दलों को बीएसपी यहाँ परेशान जरूर कर रही है जो कुछ सीट और बढ़ने का यहाँ से अनुमान लगाया जा सकता है। यहाँ से पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अर्जुन सिंह के पुत्र नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का प्रभाव छेत्र माना जाता है। लिहाजा कांग्रेस के हाल यहाँ कुछ बेहतर नजर आ रहे हैं।

रीवा संभाग कुल सीट 22 

जिला सीट बीजेपी कांग्रेस अन्य
रीवा 8 4 4 0
सतना 7 3 3 1
सीधी 4 2 2 0
सिंगरौली   3 2 1 0
कुल 22 11 10 1



राजधानी में बीजेपी का बोलबाला 
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल संभाग में 25 सीट आती हैं। यहाँ पर बीजेपी के खाते में 16 तो कांग्रेस के खाते में 9 सीटें अनुमान के मुताबिक नजर आ रही है। यहाँ की चर्चित सीट जो भोपाल संभाग में आती है वो बुधनी है। जहाँ से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव मुकाबले पर है। लेकिन शिवराज की यहाँ से जीत तय मानी जा रही है। वही गोविंदपुरा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की पुत्रवधू कृश्णा गौर चुनावी मैदान पर इसके साथ ही भोपाल संभाग से कई मंत्रियों की किस्मत भी दांव पर है।

भोपाल संभाग कुल सीट 25 

जिला  सीट बीजेपी कांग्रेस अन्य
भोपाल 7 4 3 0
सीहोर 4 3 1 0
रायसेन 4 4 0 0
राजगढ़ 5 2 3 0
विदिशा 5 3 2 0
कुल 25 16 9 0



नर्मदापुरम संभाग में सरताज की किस्मत का फैसला 
नर्मदापुरम संभाग में कुल 11 सीट आती है। यहाँ से 8 बीजेपी को तो 3 सीट कांग्रेस के खाते में जा रही है खास बात ये है कि यहाँ से बीजेपी के पूर्व मंत्री सरताज़ सिंह जो दल बदल कर चुनाव लड़ रहे हैं, वो चुनाव हार रहे हैं।

नर्मदापुरम संभाग कुल सीट 11 

जिला  सीटें बीजेपी कांग्रेस अन्य
बैतूल 5 4 1 0
होशंगाबाद 4 3 1 0
हरदा 2 1 1 0
कुल 11 8 3 0

 

suman

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