कमलनाथ का सवाल नं 21: ''मामा का लगा कर मुखौटा, गर्भवती बहनों के हक़ को क्यों लूटा'' ?
11/10/2018 12:46:58 PM
भोपाल: कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सरकार को घेरने के लिए के लिए 19 अक्टूबर से 40 दिन 40 सवाल का सिलसिला शुरू किया है, जिसको लेकर शुक्रवार को उन्होनें इक्कीसवां प्रश्न पूछा है। कमलनाथ ने शिवराज को घेरते हुए ट्वीट किया है कि,'मोदी और मामा का पहले बच्चों के पोषण पर घात, अब गर्भवती महिलाओं को पहुँचाया आघात। शिवराज जी,मामा जी का लगा कर मुखौटा, गर्भवती बहनों के हक़ को क्यों लूटा ?
-सवाल नंबर 21-
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 9, 2018
मोदी और मामा का पहले
बच्चों के पोषण पर घात ,
अब गर्भवती महिलाओं को पहुँचाया आघात ।
शिवराज जी,मामा जी का लगा कर मुखौटा,
गर्भवती बहनों के हक़ को क्यों लूटा ?
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कमलनाथ ने शिवराज से पूछे ये सवाल...
- मामा होने का खूब अभिनय किया है,पर वास्तव में वे महिलाओं और बच्चों के जीवन पर बेहद क्रूर रहे हैं।कांग्रेस की सरकार ने वर्ष 2013 में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून में यह प्रावधान किया था कि हर गर्भवती और धात्री महिला को मातृत्व हक के रूप में 6000 रु की सहायता दी जायेगी।
- पर मोदी जी ने क्या किया? मोदी जी ने ऐसी शर्तें लगाईं कि 70 प्रतिशत महिलाओं को इस लाभ से वंचित कर दिया। मोदी जी ने कहा कि हम केवल एक बच्चे के जन्म पर ही मातृत्व हक देंगे।
- इस एक शर्त से मध्यप्रदेश में 18 लाख़ में से 14 लाख़ महिलाएँ मातृत्व हक से हर वर्ष वंचित हो गयीं। वंचितपन की यह दास्ताँ हर साल जारी रहेगी। ज़रा बताइये यह किसका साथ है और किसका विकास है?
- पूरे भारत में वर्ष भर में 2 करोड़ 60 लाख़ गर्भवती महिलाओं में से 2 करोड़ 5 लाख़ महिलाओं को इस योजना से वंचित रखा गया है ।
- इतना ही नहीं, यह लाभ लेने के लिए 30 पन्नों का बहुत कठिन आवेदन पत्र बनाया गया। तीन किश्तें लेने के लिए तीनों बार नया आवेदन करने की बाध्यता तय कर डाली। मोदी-शिवराज मातृत्व हक की नहीं, मातृत्व सज़ा की योजना चलाने लगे हैं ।
- ज़रा सोचिये कि मातृत्व हक के अभाव में मध्यप्रदेश में 2011-2018 के बीच में 197283 मृत शिशुओं का जन्म हुआ ।
- अकेले मध्यप्रदेश में 2008-2018 के बीच 628941 महिलाओं को गर्भपात करवाना पड़ा। इस अवधि में 220671 बच्चे अपना पहला जन्मदिन मनाने से पहले मौत की आगोश में समा गए। 11412 मातृत्व मृत्यु दर्ज हुईं।
- ज़रा जवाब दीजिए कि आपने सालों हर गर्भवती-धात्री महिला को मातृत्व हक क्यों नहीं दिया?