जंगलों में लगातार घट रहे वन्य जीव! आग, जानवरों की तस्करी और शिकार पर सवालों के कटघरे में वन विभाग

4/5/2022 6:49:22 PM

बालाघाट(हरीश लिलहरे): बालाघाट जिले में भीषण आग की लपटों से जलते जंगल और तबाह होते वन्यजीवों से आतंकित पर्यावरण प्रेमी बेहद चिंतित है। यहां तक कि बाघ, तेंदुए और वन्य प्राणियों के बढ़ते शिकार या मौत के मामलों ने वन विभाग को सवालों के कटघरे में खड़े करते हुए वन अमले की तत्काली कुछ कार्यवाही की तारीफ भी कर रहे है। पर्यावरण विद और पिपुल्स फ़ॉर एनिमल के सदस्य अभय कोचर ने तो बाघ के शिकार की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए यहां तक कह दिया कि कहीं कान्हा नेशनल पार्क में बाघ ही न बचे, साथ ही भीषण आग से जंगलों को बचाने सभी से मार्मिक अपील भी की है।

बता दें कि इन दिनों बालाघाट जिले के कई तहसील क्षेत्रों में फैले सघन जंगलों और पहाड़ों पर आग की भयानक लपटे देखी जा रही है जिससे न सिर्फ जंगल तबाह हो रहे है बल्कि छोटे मोटे जीव जंतु मारे जा रहे है। वहीं वन औषधि बीज सहित अन्य वन संपदा जलकर खाक हो रही है। जंगलों में भयावह आग के सामने वन अमला भी बेबस ही दिखाई पड़ रहा है। जिसको देखते हुए पर्यावरण प्रेमी बालाघाट जिले की हसीन वादियों से भरे हुए वनों को आग से बचाने की मार्मिक अपील जनसाधारण से अपील कर रहे है। भीषण आग से जंगल को बचाने के लिए वन विभाग को नए और कड़े कदम उठाने की नसीहत दी है।

वन विभाग के सामने भीषण आग से जंगलों को बचाने के साथ बाघ तेंदुए और अन्य वन्यजीवों के शिकार और तस्करी को रोकने जैसी दोहरी चुनौती है कभी तस्करी या मांस खाने और यहां तक कि बाघ के मूंछ और उनके अन्य अंगों से धन वर्षा के अंधविश्वास में बाघ और अन्य वन्यप्राणियों के शिकार बढ़ रहे हैं। खासकर पिछले कुछ वर्षों में बाघ और तेंदुए के शिकार या अन्य संदेहास्पद मौत की घटना ने भी चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में पीपुल्स फ़ॉर एनीमल के सदस्य अभय कोचर ने बाघ के बढ़ते शिकार को देखते हुए कान्हा नेशनल पार्क में आगे बाघ के न बचने की चिंता जाहिर कर दी है।

बाघ सहित वन्य जीवों और जंगलों पर बीते कुछ वर्षों में मानों आफत सी आ गई है। बालाघाट जिले में वन्यप्राणियों के शिकार और इसकी तस्करी के चौकाने वाले मामले उजागर हो रहे हैं जिससे वन विभाग भी हैरान परेशान है। वहीं शिकारियों को पकड़ने से लेकर मामले के खुलासे में वन अमले की टीम ने तारीफ तो बटोरी है लेकिन बढ़ते वन अपराध और भीषण आगजनी से वनों को बचाने के लिए वन अमला सवालों में घिरता दिखाई दे रहा है।

meena

This news is Content Writer meena