देश की सबसे बहुचर्चित सीट पर कल होगा मतदान, राजधानी छावनी में तब्दील

5/11/2019 6:05:32 PM

भोपाल: देश की सबसे चर्चित लोकसभा सीट में से एक भोपाल समेत मध्यप्रदेश की आठ सीटों पर कल मतदान होगा। सभी आठ सीटों पर 1 करोड़ 44 लाख मतदाता अपने मत का उपयोग करेंगे। इन सीटों पर 138 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। महत्वपूर्ण सीटों की बात करें तो भोपाल से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बीच टक्कर है। जिस पर पूरे देश की नजर है। वही गुना से चार बार सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने बीजेपी से केपी यादव हैं। तो मुरैना से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को कांग्रेस के पूर्व विधायक रामनिवास रावत के बीच काटें का मुकाबला है। इन आठ सीटों में से सिर्फ एक गुना कांग्रेस के पास है। इसके अलावा सागर, विदिशा, भिंड, ग्वालियर और राजगढ़ सीटों पर भी मुकाबला बड़ा दिलचस्प है।
 

 

मुरैना अति संवेदनशील भोपाल में कड़ी सुरक्षा
प्रदेश में तीसरे चरण की आठ लोकसभा सीटों पर 12 फरवरी को मतदान होने जा रहा है। मुरैना सीट सबसे संवेदनशील है, पिछले चुनावों की तरह यहां प्रत्याशियों को निगरानी में रखा जा सकता है। जबकि सुरक्षा की दृष्टि से सख्ती बरती जा रही है। भोपाल में प्रमुख मार्गों पर चैकिंग पॉइंट के अलावा प्रमुख धार्मिक स्थल एवं प्रतिमाओं की चौकसी बढ़ाई गई है। साथ ही विशेष निगरानी के लिए 1200 से ज्यादा कैमरे, डायल 100 को भी तैनात किया गया है। सभी चुनाव क्षेत्रों में आला अधिकारी निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए मैदान में डटे हुए हैं। वहीं उधर मतदान केंद्रों के लिए टीमों की रवानगी जारी है।
 

 

भोपाल में पैरामिलिट्री फोर्स तैनात
भोपाल में बीएसएफ, सीआरपीएफ, आरएएफ, होमगार्ड एवं जिला बल समेत करीब 9 हजार पुलिस अफसर- कर्मचारियों को तैनात किया गया है। राजधानी के सीमावर्ती क्षेत्रों में 17 स्थानों पर नाकाबंदी कर लगातार चैकिंग की जा रही है। साथ ही हरू विधानसभा क्षेत्र में 3-3 फ्लाइंग स्क्वॉड टीम (एफएसटी) एवं स्टैटिक सर्विलांस टीम (एसएसटी) 24 घंटे अलर्ट है। जिले में 200 सेक्टर मजिस्ट्रेट की मोबाइलों के अलावा 200 पुलिस सेक्टर मोबाइल बनाई गई हैं। जो 10 से 12 केंद्रों पर लगातार पेट्रोलिंग करेंगी।
 


भोपाल में मुद्दे दरकिनार धर्म बना आधार
मध्यप्रदेश की भोपाल संसदीय सीट अपने हाईप्रोफाइल प्रत्याशियों कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और भाजपा की प्रज्ञा सिंह ठाकुर की बदौलत भले ही देश भर में चर्चा का सबब बन गई हो, लेकिन इस पूरी चर्चा के बीच भोपाल के स्थानीय मुद्दे और समस्याएं परिदृश्य से गायब से हो गए हैं। इन दोनों प्रत्याशियों की पृष्ठभूमि के चलते भोपाल का चुनाव पूरी तरह धर्म आधारित सा हो गया है। हालांकि दोनों ही प्रत्याशियों ने अपनी ओर से भोपाल के लिए अपने-अपने दृष्टिपत्र जारी किए हैं, लेकिन प्रत्याशियों की छवि की बदौलत बेहद शांत तासीर का रहा भोपाल इन दिनों नई-नई राजनीतिक तस्वीरों का साक्षी बन रहा है।यह सीट न सिर्फ दोनों प्रत्याशी बल्कि भाजपा-कांग्रेस के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गई है, इस वजह से भोपाल का मुकाबला सबसे दिलचस्प बना हुआ है।

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