इंदौर के युवाओं ने अयोध्या में राम मंदिर परिसर में बनाई व्हाइट टॉपिंग तकनीक से सड़क, 25 साल तक नहीं करना पड़ेगा मेंटेनेंस का खर्च

1/19/2024 7:03:40 PM

इंदौर(सचिन बहरानी): देश के युवा जो चाह ले वह कर सकते है और इंदौर के युवाओं ने वह करके दिखाया। पहले दिमाग में ख्याल आया फिर उसे आईआईटी खड़कपुर में वैज्ञानिकों के साथ एक प्रयोग किया उनका उद्देश्य था कि जनता की टैक्स का पैसा भी बचे और काम भी मजबूत हो और उन्होंने और उनके साथियों ने करके दिखाया अब आप सोच रहे होंगे ऐसा क्या किया तो आइए हम बताते है।

इंदौर रहने वाले बलबीर सिंह और रणबीर सिंह ने आईआईटी खड़कपुर के वैज्ञानिकों के साथ मिल कर सड़क बनाने को लेकर एक प्रयोग किया जिससे जनता के टेक्स का और सरकार का पैसा बचे साथ ही सड़क भी जल्दी बन कर तैयार जो जाए जिससे ज्यादा समय तक सड़क बनाने में समय खराब ना हो और तो और ज्यादा समय तक सड़क निर्माण के दौरान आम जन परेशान ना उसको लेकर व्हाइट टॉपिंग तकनीकी का इस्तेमाल किया और सड़क तैयार की जिसको बनने के बाद 25 साल तक कोई भी मेंटेनेंस का खर्च नहीं लगता।



इस सड़क की मजबूती सीमेंट कंक्रीट से दोगुना मजबूती रहे और इंदौरी युवाओं का यह प्रयोग कारगर साबित हुआ जिसके बाद उन्होंने सबसे पहले श्री राम की नगरी अयोध्या में हनुमान गड़ी से राम मंदिर तक की 800 मीटर सड़क का निर्माण इसी तकनीक से किया। इस पूरे काम को लेकर सड़क बनाने वाले युवा बलबीर सिंह ने बताया कि यह तकनीक तो वैसे पुरानी है पर हमने इसका आईआईटी खड़गपुर के साथ प्रयोग कर अयोध्या में बनाई है। इसकी खासियत यह है कि जो नॉर्मल सीमेंट कंक्रीट सड़क होती है। उसे बनाने में समय भी जाता है और बनवाई मोटी होती है और जो शहर को जरूरत होती है वह जल्द इस टेक्नोलॉजी से पूरा कर देती है।

बलबीर ने आगे बताया कि सड़क बनने के बाद 28 दिन तक उस पर से ट्रैफिक को नहीं छोड़ा जाता पर इस टेक्नोलॉजी से निर्मित सड़क तैयार होने के बाद कम समय में ट्रैफिक शुरू किया जा सकता है। जब लागत को लेकर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि शुरू में तो थोड़ी ज्यादा है पर जैसे हम 20 से 25 साल के मेंटेनेंस का खर्च देखे तो उसके मुकाबले बहुत कम आता है। इस प्रोजेक्ट के बाद रणबीर और बलबिर सिंह की कंपनी देवकली इंफ्रा को उत्तरप्रदेश के अलावा गुजरात के भी प्रोजेक्ट मिले है जिस पर वह काम कर रहे हैं।

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