महज 50 रुपए लगी 1 क्विंटल प्याज की बोली, गुस्से में किसान ने नहीं बेची प्याज, देखिए Video?
Tuesday, Jan 04, 2022-07:24 PM (IST)

मंदसौर (प्रीत शर्मा): मध्यप्रदेश के मंदसौर में एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो कृषि उपज मंडी का है जिसमें किसान यह कह रहा है कि 100 किलो प्याज का दाम सिर्फ 50 रुपए है। जी हां... सही पढ़ रहे हैं, आप एक क्विंटल प्याज सिर्फ पचास रुपए में, यानी 50 पैसे प्रति किलो। अब जरा सोचिए की इस प्याज को पैदा करने वाले किसान की मेहनत अगर इस तरह नीलाम होगी। तो वो बचाएगा क्या और खाएगा क्या? कैसे होगा उसका गुजारा। आपको बता दें कि इस किसान को प्याज की फसल की लागत मुल्य भी नहीं मिल पाई।
मंदसौर की कृषि उपज मंडी में प्याज बेचने आए हुए किसान का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। गांव जोधा पिपलिया का रहने वाला किसान पूनमचंद पाटीदार अपने खेतों में उगी प्याज बेचने मंदसौर कृषि उपज मंडी आया हुआ था। जहां नीलामी प्रक्रिया के दौरान व्यापारी ने उसकी प्याज की कीमत मात्र 50 पैसे प्रति किलो लगाई। यानी कि 50 रुपये प्रति 100 किलो... वीडियो में यह भी बताया जा रहा है कि, यह नए साल का तोहफा है। यानी की साल के पहले दिन ही किसान को ऐसी परिस्थिति देखनी पड़ रही है। मामले में हमनें पड़ताल शुरू की तो हम मंदसौर के जोधा पिपलिया मे रहने वाले किसान पूनमचंद तक पहुंचे। उन्होंने बताया कि उनके पास 25 बीघा जमीन है। जिसमें से एक बीघा में वे प्याज की खेती करते हैं। जिसकी लागत मूल्य 25 हजार रुपये बैठती है। उन्होंने बताया कि 1 जनवरी 2022 को उनकी प्याज़ की नीलामी शुरू हुई। लेकिन जब उन्होंने प्याज की कीमत सुनी तो वह हैरान रह गए और इसके चलते ही उन्होंने अपनी प्याज बेची ही नहीं।
महज 50 रुपए में खरीदी जा रही 1 क्विंटल प्याज, ऐसे में कैसे गुजारा करेगा किसान.. ये वीडियो मंदसौर कृषि उपज मंडी का है@KamalPatelBJP @INCMP @OfficeOfKNath @digvijaya_28 @jitupatwari pic.twitter.com/ZupDGfpgdy
— Punjab Kesari-MadhyaPradesh/Chhattisgarh (@punjabkesarimp) January 4, 2022
वायरल हुआ वीडियो यह बताने के लिए काफी है कि सरकारों के लाख दावों के बाद भी वर्तमान में किसानों की स्थिति किस हद तक खराब है। आलम यह है कि, प्याज उगाने वाले किसान को उसकी लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रही है। लेकिन यही प्याज़ बाजार में 20 से 30 रुपये किलो तक बिक रहा है। अब जब ऐसे में किसान धरने पर बैठता है, तो घर में सोफे पर बैठकर टीवी देख रहे लोग कहते हैं, कि ये किसान नहीं.. किसान के रूप में बहरूपिए हैं।