3 माह के शिशु के आगे हारा कोरोना, डॉक्टर बोले- बच्चे की इच्छा शक्ति काबिले तारीफ थी

4/26/2021 4:04:02 PM

बैतूल(रामकिशोर पवार): कोरोना वायरस एक ऐसा नाम है जिसे सुनते ही नकारात्मक विचार मन में अपने आप लेकिन मध्य प्रदेश से एक अच्छी खबर सामने आ रही है जहां 3 माह के मासूम बच्चे ने कोरोना को मात दी है। ये कहानी है 3 माह के कोरोना पॉजिटिव मयंक पंडोले पिता कैलाश पंडोले माता काजोल पंडोले की जो ग्राम शिरडी विकासखंड मुलताई जिला बैतूल का रहने वाला है। उसे 18 अप्रैल 2021 को तेज बुखार की शिकायत के साथ गंभीर स्थिति में जिला चिकित्सालय बैतूल में उपचार के लिए लाया गया।



भर्ती के समय मयंक का बुखार 105.4 फेरेनहाइट, ह्रदय गति 170 प्रति मिनट, रेंडम ब्लड शुगर 117 एवं ऑक्सीजन का स्तर 60 प्रतिशत था।  रैपिड एंटीजन किट से टेस्ट किए जाने पर मयंक कोविड पॉजिटिव आया।  मयंक को नवीन कोविड वार्ड में भर्ती कर उपचार प्रारंभ किया गया। जिला चिकित्सालय बैतूल में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जगदीश घोरे द्वारा मयंक का पूरा उपचार किया गया। 20 अप्रैल 2021 को मयंक का बुखार कम होने लगा एवं मयंक को मां का दूध देने की बात कही गई। इसके बाद 21अप्रैल 2021 को मयंक पूरी तरह स्वस्थ हो गया और उसे जिला चिकित्सालय बैतूल से छुट्टी दे दी गई। अच्छी बात यह थी कि डिस्चार्ज होते समय मयंक का ऑक्सीजन स्तर 99 प्रतिशत था।



इस मामले में डॉ घोरे का कहना है कि आमतौर पर इतनी छोटी आयु के शिशुओं में इतनी जिजीविषा शक्ति नहीं देखी जाती जो नन्हे मयंक में थी। सिर्फ दवाई से ही नहीं बच्चे की इस पॉजिविटी से उसके इलाज में मदद मिली। बीमारी से उभरने में शिशु का आत्मबल काबिले तारीफ़ रहा। मयंक के माता पिता एवं परिजनों ने रविवार को चर्चा में बताया कि अब मयंक पूरी तरह से स्वस्थ है। शासन द्वारा दिए नि:शुल्क उपचार के लिए परिजनों ने चिकित्सालय स्टॉफ एवं जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया गया है।

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