कोरोना काल में 8 घोड़ों की मौत से मचा हड़कंप, 3 को किया क्वारेंटाइन

5/30/2020 12:00:11 PM

बेटमा: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के बेटमा में कोरोना संकट में 8 घोड़ों की मौत से हड़कंप मच गया। घोड़ों की मौत निमोनिया होने के कारण हुई है। डॉक्टरों ने घोड़ों के सैंपल जांच के लिए हिसार भेजे हैं। घोड़ों में ग्लैंडर बीमारी की आशंका जताई जा रही है। उधर, प्रभावित परिवार ने सरकार से घोड़ों की मौत पर मुआवजा भी मांगा है। तीन दिन पहले आठवें घोड़े की मौत के बाद डॉक्टरों की सलाह पर तीन घोड़ों को खेत पर क्वारंटाइन किया है।



जानकारी के अनुसार, लॉकडाउन के दौरान बेटमा में रहने वाले इरफान खां के 8 घोड़ों की मौत हो गई। उनका बरात में घोड़े किराए पर देने का कारोबार है। लॉकडाउन के कारण बरातें नहीं निकलीं। मार्च में एक घोड़ा बीमार हुआ था। उसे सर्दी हो गई और बाद में सांस चलने लगी। उसने खाना-पीना छोड़ दिया। अप्रैल के पहले सप्ताह में उसकी मौत हो गई। बाद में एक के बाद एक सात घोड़े बीमारी के कारण मर गए। अब तीन घोड़े जीवित हैं, लेकिन वे भी दुबले हो गए हैं। 



घोड़ों की मौत के बाद उन्होंने पशु चिकित्सकों से संपर्क किया था। डॉ. स्वाति कौल घोड़ों का इलाज करने पहुंची। उन्होंने बताया कि घोड़ों की मौत निमोनिया की वजह से हुई है। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। सभी में इस तरह के लक्षण मिले हैं। सैंपल जांच के लिए हिसार की लैब में भेजे हैं। आशंका है कि ग्लैंडर बीमारी से घोड़ों की मौत हुई है। यह रोग जानवरों से इंसानों में भी फैल सकता है, इसलिए घोड़ों को पालने वाले परिवार के स्वास्थ्य की जांच की गई है। वे सभी ठीक हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही घोड़ों की बीमारी का पता चल सकेगा। 



वहीं इरफान खां का कहना है कि एक तो लॉकडाउन में किसी ने हमारे घोड़े किराए पर नहीं लिए और अब उनकी मौत से नुकसान अलग हो गया। अब उनके पास न तो रोजगार का कोई साधन है ऊपर से तीन घोड़ों के इलाज के लिए पैसा नहीं है। इसलिए उन्होंने सरकार से भी घोड़ों की मौत का मुआवजा मांगा है।

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