CM मोहन का एक सादगी भरा फैसला...बेटे की शादी को लेकर आया बड़ा अपडेट
Wednesday, Nov 12, 2025-02:18 PM (IST)
भोपाल : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने फिर एक बार यह साबित कर दिया कि नेतृत्व केवल सत्ता का नहीं, बल्कि सोच का भी परिचायक होता है। उन्होंने अपने छोटे बेटे डॉ. अभिमन्यु का विवाह किसी शाही आयोजन में नहीं, बल्कि एक सामूहिक विवाह सम्मेलन में करने का निर्णय लिया है। यह फैसला न केवल राजनीति में, बल्कि समाज में भी चर्चा का विषय बन गया है।
परिवार की नहीं, समाज की खुशी पहले
मुख्यमंत्री बनने के बाद डॉ. यादव लगातार सादगी और सामाजिक सेवा के नए उदाहरण पेश कर रहे हैं। अब जब उनके बेटे का विवाह तय हुआ, तो उन्होंने परिजनों को साफ कह दिया। यह विवाह किसी बड़े आयोजन में नहीं, बल्कि उसी सामूहिक विवाह सम्मेलन में होगा, जहां गरीब और सामान्य परिवारों की बेटियां परिणय सूत्र में बंधेंगी। 30 नवंबर को उज्जैन के होटल अथर्व में 21 जोड़े विवाह के बंधन में बंधेंगे। उन्हीं में से एक होंगे मुख्यमंत्री के बेटे, डॉ. अभिमन्यु यादव।
पुत्र का संस्कार, पिता की सोच का प्रतिबिंब
डॉ. अभिमन्यु ने भी अपने पिता की सादगी और अनुशासन को अपनाया है। भोपाल में रहते हुए उन्होंने चिकित्सा शास्त्र की पढ़ाई हॉस्टल में रहकर पूरी की। मुख्यमंत्री निवास में रहने के प्रस्ताव को उन्होंने यह कहते हुए ठुकरा दिया कि “कॉलेज का छात्र, कॉलेज के माहौल में ही अच्छा सीखता है।” अब अपने विवाह को लेकर भी उन्होंने पिता की सोच को न केवल स्वीकार किया, बल्कि गर्व से समाज के सामने रखा।
दूल्हन बनी किसान की बेटी, बना समाजिक समरसता का प्रतीक
अभिमन्यु की दुल्हन डॉ. इशिता यादव हैं। खरगोन जिले के किसान दिनेश यादव की बेटी। दोनों की सगाई पांच महीने पहले मुख्यमंत्री निवास में हुई थी, और अब उनका विवाह उसी समाज के बीच संपन्न होगा, जिसे मुख्यमंत्री “अपना परिवार” मानते हैं।
नई परंपरा की शुरुआत
डॉ. मोहन यादव का यह कदम सिर्फ एक पिता का निर्णय नहीं, बल्कि एक संदेश है कि ऊंचे पद पर पहुंचकर भी सादगी सबसे बड़ी शान होती है। इस विवाह ने दिखा दिया कि अगर सोच ईमानदार हो, तो निजी खुशी भी समाज के हित में बदल सकती है।

