महाकाल मंदिर में नतमस्तक होने की एक्ट्रेस को मिली सजा! गुनाह के लिए तौबा करने का फतवा जारी
Wednesday, Dec 31, 2025-05:29 PM (IST)
उज्जैन: नववर्ष के अवसर पर देशभर से हजारों लाखों लोग बाबा महाकाल के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, आलम यह है कि मंदिर में घंटों कतार में लगकर श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार तड़के बॉलीवुड अभिनेत्री नुसरत भरुचा भी महाकालेश्वर मंदिर पहुंची। जहां उन्होंने बाबा के दरबार में नतमस्तक होकर आशीर्वाद लिया और भस्म आरती में भी हिस्सा लिया। लेकिन इस्लाम धर्म गुरु ने उनके उनके खिलाफ फतवा जारी किया गया है। मुस्लिम धर्म गुरु के मुताबिक, मुस्लिम होते हुए हिंदू मंदिर में जाना गुनाह है।
#WATCH | Bareilly, Uttar Pradesh: On Nusrat Bharucha's visit to Mahakal Temple, National President, All India Muslim Jamaat, Maulana Shahabuddin Razvi Barelvi says, "... Nusrat Bharucha visited the Mahakal Temple in Ujjain, where she performed puja rituals. According to Sharia,… pic.twitter.com/EpAfc0gaM4
— ANI (@ANI) December 31, 2025
‘सोनू के टीटू की स्वीटी’, ‘प्यार का पंचनामा’ और ‘ड्रीम गर्ल’ जैसी फिल्मों में अभिनय कर चुकी नुसरत भरुचा मंगलवार को बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंची थी। जहां उन्होंने महाकाल को जल अर्पित किया। दर्शन किए और नंदी हॉल में बैठीं, जहां मंदिर प्रबंध समिति की ओर से उनका स्वागत-सत्कार किया गया। इस दौरान नुसरत ने मंदिर की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि दर्शन अत्यंत सुचारु और सुखद रहे।

लेकिन महाकाल दर्शन के एक दिन बाद नुसरत भरुचा के खिलाफ फतवा जारी किए जाने का मामला सामने आया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने उनके मंदिर दर्शन को इस्लामी शरीयत के खिलाफ बताया है।
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि नुसरत भरुचा द्वारा मंदिर में जाकर जल चढ़ाना, पूजा-पाठ करना इस्लाम में जायज नहीं है। उनके अनुसार, यह शरीयत की नजर में गुनाह है। उन्होंने अभिनेत्री को तौबा करने और कलमा पढ़ने की नसीहत दी है। मौलाना का कहना है कि इस्लाम में मंदिर जाकर भक्ति करने की अनुमति नहीं है और इस तरह की धार्मिक परंपराओं में शामिल होना अनुचित माना जाता है।

अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं
इस पूरे विवाद पर अभिनेत्री नुसरत भरुचा की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि, महाकाल दर्शन के दौरान उन्होंने कहा था कि वे इससे पहले भी मंदिर आ चुकी हैं और आगे भी दर्शन के लिए आती रहेंगी। उन्होंने अपनी इस यात्रा को शांतिपूर्ण और सकारात्मक अनुभव बताया था।

