VIDEO: MP में जोरों पर SC/ST एक्ट का विरोध, जानें किस जिले में कैसे हैं हालात

9/6/2018 3:15:05 PM

भोपाल: केंद्र की मोदी सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटते हुए एससी/एक्ट कानून में संशोधन के खिलाफ सवर्णों की तरफ से बुलाए गए भारत बंद का असर देश समेत मध्यप्रदेश मे देखने को मिल रहा है। एक्ट में किए गए संशोधन के विरोध में 35 संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है। बंद को देखते हुए सबसे ज्यादा सतर्कता मध्यप्रदेश में बरती जा रही है। यहां 10 जिलों में धारा 144 लगा दी गई है और 35 जिलों को हाई अलर्ट जारी किया गया है।

एक्ट के विरोध में सवर्णों का नया नारा
मद्यप्रदेश में सवर्ण एक्ट का पूरी तरह से विरोध कर रहे हैं। जिसके चलते उन्होंने नया नारा दिया है। ‘जोशी, आडवाणी सोटा में, अटल बिहारी जी लोटा में, नौकरी प्रोमोशन कोटा में, वोट पड़ेगा नोटा में’।



मध्य प्रदेश के 35 जिलों में हाई अलर्ट
मध्य प्रदेश में पिछली बार हुई भारी हिंसा को देखते हुए सुरक्षा का भारी बंदोबस्त किए गए हैं। प्रदेश पुलिस के मुताबिक, एससी/एसटी एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर राज्य के 35 जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम
अलर्ट पर रखे गए 35 जिलों की सुरक्षा के लिए यहां सुरक्षाबलों की 34 कंपनियां और 5000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही 10 कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है।

MP की शांति को किसी की नजर न लगे- CM शिवराज
सीएम शिवराज ने जनता से अपील करते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है। यह फले-फूले और आगे बढ़े, यही सबसे प्रार्थना है। प्रदेश की शांति को किसी की नजर न लगे, इसलिए आत्मीयता व सद्भाव बढ़ाएं। मैं सबके लिए हूं। प्रदेश के हर नागरिक के लिए दिल का द्वार खुला हुआ है। आप सबसे प्रार्थना है कि मिलकर व प्रेम से काम करें। कोई बात है तो शांति से कहें, ताकि अपने प्रदेश की कानून व्यवस्था न बिगड़े।



गृह मंत्री ने की अपील
बंद और अलर्ट को देखते हुए प्रदेश के गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने सबसे शांति और संयम बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा की हर समस्या का हल शांति और बातचीत से निकल सकता है।



इन जिलों में ऐसे हैं हालात...

इंदौर

इंदौर में सवर्णों के भारत बंद में व्यापारी भी साथ दे रहे हैं। इंदौर समेत संभाग के 35 जिलों में हाई अलर्ट है। स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। इंदौर में 50 से ज्यादा संगठनों ने बंद को समर्थन दिया है। अहिल्या चैंबर ऑफ कॉमर्स सहित व्यापारिक संगठन भी बंद में शामिल हैं। प्रशासन ने सबसे शांतिपूर्ण बंद की अपील की है।

भोपाल
भोपाल में करणी सेना के कार्यकर्ता गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह के बंगले पर पहुंच गए। इन लोगों ने बंगले का घेराव करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें समझाकर वापस भेज दिया।

अशोक नगर
अशोक नगर में भारत बंद के दौरान जनता ने ट्रेन रोकने की कोशिश की। शाधोरा रेलवे स्टेशन पर काफी संख्या में लोग पटरियों पर पहुंच गए। खबर मिलते ही फौरन पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है। लोगों को वहां से हटाया जा रहा है।

रीवा
रीवा में बंद समर्थकों ने सड़क पर टायर जला कर जाम लगा दिया।



ग्वालियर
एक्ट के विरोध में ग्वालियर में बाजार बंद है और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस लगातार फ्लैग मार्च कर रही है। जिले में सुरक्षा को देखते हुए सभी के शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं, हर जगह ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है। ग्वालियर-चंबल संभाग सहित मालवा में भी कहीं-कहीं प्रदर्शन होते रहे।

खरगोन
खरगोन में सपाक्स समेत 30 संगठनों द्वारा एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में बुलाए गए भारत बंद का व्यापक असर नजर आया। सुबह खुलने वाले चाय-नाश्ते की दुकानें बंद नज़र आईं। वहीं, निजी स्कूल संचलकों ने अपने स्तर से निर्णय लकेर सुरक्षा की दृष्टि से छुट्टी घोषित कर दी।

टीकमगढ़
टीकमगढ़ में बीजेपी नेता प्रह्लाद पटेल को एससी-एसटी एक्ट के विरोध में काले झंडे दिखाए गए। सपाक्स कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की बैठक के दौरान प्रह्लाद पटेल को काले झंडे दिखाए।

भिंड
भिंड जिला में एक्ट के विरोध को लेकर बाजार पूरी तरह से बंद है। हर जगह पुलिस तैनात है। लोगों ने अपनी दुकानों के बाहर पोस्टर लगाएं हैं जिन पर लिखा है ‘मैं सामान्य वर्ग का हूं, दुकानें अपनी स्वेछा से बंद रखूंगा’। सुरक्षा को देखते हुए पुलिस पेट्रोलिंग के वहानों से नजर रख रही है। वहीं, जिले के स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। यहां सवर्ण समाज के सैकड़ों युवकों ने रैली निकालकर प्रदर्शन किया।



जबलपुर
जबलपुर में बंद को लेकर प्रशासन अलर्ट है। यहां एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। बिना अनुमति के रैली और आम सभा पर रोक रहेगी। हंगामा करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ विधि संगत कार्यवाही की जाएगी।

गुना
गुना में बार एसोसिएशन ने बंद को समर्थन दिया है। गुना, मुरैना में पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला।

शिवपुरी
जिला में सभी शासकीय-अशासकीय स्कूल, कॉलेज की छुट्टी कर दी गयी है। कलेक्टर शिल्पा गुप्ता ने आदेश जारी किया है। यहां व्यवसायियों ने बाजार बंद का ऐलान किया है।



बड़वानी
बड़वानी में भी बंद का असर देखने को मिला। यहां बाजार बंद हैं और सब्जी मंडी भी पूरी तरह से बंद है।

श्योपुर
जिला में एससीएसटी एक्ट के विरोध में बंद को लेकर पुलिस चौकन्नी है। सभी दुकानें बंद हैं। यहां भी सपाक्स की रैली है।

अशोकनगर
जिला में एक्ट में संशोधन के विरोध में बाजार बंद हैं। यहां निजी स्कूल,सरकारी स्कूल,प्रतिष्ठान सभी पूरी तरह बंद हैं।


 

सुप्रीम कोर्ट ने SC-ST एक्ट में किया था यह बदलाव ?
सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी एक्ट के बदलाव करते हुए कहा था कि मामलों में तुरंत गिरफ्तारी नहीं की जाएगी। शिकायत मिलने पर तुरंत मुकदमा भी दर्ज नहीं किया जाएगा। कोर्ट ने कहा था कि शिकायत मिलने के बाद डीएसपी स्तर के पुलिस अफसर मामले की जांच करेंगे और नतीजा निकालेंगे कि शिकायत के मुताबिक क्या कोई मामला बनता है या फिर किसी तरह से झूठे आरोप लगाकर फंसाया जा रहा है? कोर्ट ने इस एक्ट के बड़े पैमाने पर गलत इस्तेमाल की बात को मानते हुए कहा था कि इस मामले में सरकारी कर्मचारी अग्रिम जमानत के लिए आवेदन कर सकते हैं।

केंद्र सरकार के संसोधन के बाद क्या एससी-एसटी एक्ट ?
सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटते हुए मोदी सरकार ने एक्ट में संशोधन किया, जिसको लेकर सवर्ण नाराज हैं और इसका विरोध कर रहे हैं। मोदी सरकार ने एससी-एसटी संशोधन विधेयक 2018 के जरिए मूल कानून में धारा 18ए को जोड़ कर पुराने कानून को बहाल कर दिया।
सरकार की ओर से किए गए संशोधन के बाद इस मामले में केस दर्ज होते ही गिरफ्तारी का प्रावधान फिर से जोड़ दिया गया है। इसके अलावा आरोपी को अग्रिम जमानत भी नहीं मिलेगी, बल्कि हाईकोर्ट से ही नियमित जमानत मिल सकेगी। जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने की शिकायत पर तुरंत मामला दर्ज होगा और मामले की जांच इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस अधिकारी करेंगे। एससी-एसटी मामलों की सुनवाई सिर्फ स्पेशल कोर्ट में होगी।

Prashar

This news is Prashar