15 अगस्त 1947 को नहीं बल्कि 1 जून 1949 को आजाद हुआ था भोपाल, जानिए कैसे मिली थी आजादी
Saturday, Jun 01, 2024-06:15 PM (IST)
भोपाल (विनीत पाठक): राजधानी भोपाल के बारे में यह तत्व बहुत कम लोगों को मालूम है कि राजधानी भोपाल 15 अगस्त 1947 को नहीं 1 जून 1949 को आजाद भारत में शामिल हुआ था। 15 अगस्त 1947 को आजादी के बाद जहां पूरे देश में जश्न का माहौल था लेकिन भोपाल में सन्नाटा परसा हुआ था। भोपाल में नवाब हमीदुल्लाह की रियासत थी और वह स्वतंत्र भारत में विलय के पक्ष में नहीं थे जबकि वह नहीं चाहते थे कि भोपाल स्वतंत्र भारत का हिस्सा बने।
उस समय भोपाल के जुमेराती में भारत सरकार का एकमात्र सरकारी पोस्ट ऑफिस हुआ करता था और उसके पोस्टमास्टर ने जब पोस्ट ऑफिस पर तिरंगा लहराया तो भोपाल नवाब की पुलिस ने वहां जाकर तिरंगे को उतार दिया और पोस्ट मास्टर की पिटाई कर दी।
इसके बाद भोपाल के लोगों में काफी आक्रोश आया और भोपाल के पुराने शहर के लोगों ने भोपाल को स्वतंत्र भारत में विलीनीकरण के लिए एक आंदोलन चलाया जिसमें कुछ लोग शहीद भी हो गए थे। उसके बाद 1 जून 1949 को भोपाल का विलीनीकरण स्वतंत्र भारत में हुआ।