MP में भयावह होते जा रहे कोरोना के मामले, श्मशानों में लग रही शवों की लाइन, इन शहरो में बढ़ेगा लॉकडाउन

4/11/2021 11:12:41 AM

भोपाल: मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण को लेकर मुसीबतें बढ़ती ही जा रही हैं। बीते 24 घंटे में प्रदेश के 4 बड़े शहरों में ढाई हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। वहीं कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी लगातार इजाफा होता जा रहा है। राजधानी भोपाल और इंदौर में ऑक्सीजन, बेड कि किल्लत जारी है। वहीं श्मशान घाट के लिए लाइन लगानी पड़ रही है। इंदौर के 40 बड़े हॉस्पिटल में 3 से 4 दिन की वेटिंग चल रह है यहां के अस्पतालो में घणङ के 75 प्रतिशत से भी ज्यादा बेड फुल हैं। वहीं कोरोना मरीजों के लिए जीनवदायिनी इंजेक्शन रेमडेसिविर की कमी भी लगातार बनी हुई है। बात करें बीते 24 घंटे की तो भोपाल से 793,  इंदौर से 919, ग्वालियर से 458, जबलपुर से 402 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं।



कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने पर बढ़ाया जा रहा लॉकडाउन...
प्रदेश में प्रतिदिन कोरोना से नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। जिसको लेकर अलग अलग शहरों में लॉकडाउन बढ़ाया जा रहा है। वहीं अब देवास, पन्ना औऱ मंडला के भी शहरी क्षेत्रों में 19 अप्रैल सुबह 6 बजे तक के लिए लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। इससे पहले विदिशा, बालाघाट, छिंदवाड़ा, कटनी, रतलाम, बैतूल, सिवनी, खरगोन, बड़वानी, राजगढ़, और नरसिंहपुर में 12 से 22 अप्रैल तक का लॉकडाउन पहले ही घोषित किया जा चुका है। इसके अलावा इंदौर और उज्जैन में भी 19 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाया गया है। वहीं राजधानी भोपाल में लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर आज फैसला लिया जाएगा।



सबसे ज्यादा मरीज इंदौर में...
आपको बता दें कि सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस 7713 इंदौर में हैं। बीते दिनों यहां पर 919 पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है, वहीं पांच लोगों की मृत्यू हुई है। वहीं महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज में इंटर्न दीपक सिंह की मौत भी कोरोना के चलते हो चुकी है। संक्रमण के कारण उनके फेफड़े का 90 % भाग खराब हो चुका था। दीपक सिंह कि उम्र महज 35 वर्ष थी। बताया जा रहा है कि डॉक्टर के बीमार होने पर उसको ठीक से इलाज नहीं मिल पाया हालांकि डॉक्टर तो दुनिया से चले गए लेकिन कई सवाल इंदौर के सरकारी अस्पतालों पर छोड़ गए। मृतक दीपक सिंह जोकि इंदौर के महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस के छात्र थे। कोरोना वायरस ने अपनी जद में लेते हुए उस डॉक्टर को उनकी आखिरी मंजिल तक पहुंचा दिया।

Vikas Tiwari

This news is Content Writer Vikas Tiwari