हिट एंड रन कानून का विरोध कर रहे ड्राइवर से कलेक्टर बोला- तुम्हारी औकात क्या है, CM मोहन ने हटाया
Wednesday, Jan 03, 2024-01:20 PM (IST)

भोपाल: शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल 'औकात' वाले बयान को लेकर गाज गिरी है। सीएम मोहन यादव ने बड़ा एक्शन लेते हुए उन्हें हटा दिया है। मामले को लेकर सीएम मोहन ने कहा कि अधिकारी ने जिस प्रकार से भाषा का प्रयोग किया यह उचित नहीं है। बता दें कि शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल ने ट्रक हिट एंड रन का विरोध कर रहे ड्राइवरों की भरी बैठक में एक ड्राइवर से उसकी औकात को लेकर सवाल कर दिया। हालांकि मामले के तूल पकड़ने के बाद कलेक्टर ने माफी भी मांग ली थी।
ड्राइवर को औकात पछूने वाले कलेक्टर को CM मोहन ने हटाया
सीएम मोहन ने कहा कि ट्रक ड्राइवर और जिला प्रशासन की बैठक में ड्राइवर से जिस प्रकार की भाषा बोली गई वह उचित नहीं है। यह सरकार गरिब उत्थान के लिए काम करती है। ऐसे में हरेक अधिकारी को चाहे वो कितना भी बड़ा अधिकारी है उसको गरीब के काम का और भाव का भी सम्मान करना चाहिए। मानवता के नाते हमारी सरकार में ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं। मैं गरीब परिवार से निकला हुआ बेटा हूं। इस नाते से मैं उम्मीद करता हूं कि आगे जो भी अधिकारी आएगा वो अपनी भाषा का प्रयोग नहीं करेगा।
ये है पूरा मामला
दरअसल, केंद्र सरकार के 'हिट एंड रन' को लेकर नए कानून को लेकर शाजापुर में ड्राइवर एसोसिएशन सोमवार और मंगलवार को हाइवे पर चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसी मामले को लेकर कलेक्टर किशोर कन्याल ने ड्राइवरों के साथ मंगलवार शाम को बैठक आयोजित की। बैठक के दौरान कलेक्टर ने कहा कि कोई कानून को अपने हाथ में नहीं लेगा। कलेक्टर की समझाइश के बीच एक ड्राइवर बीच में ही बोल पड़ा, अच्छे से बोलो। अगर 3 तारीख तक हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो किसी भी हद तक जा सकते हैं। यह सुनते ही कलेक्टर भड़क उठे और बोले, गलत क्या है इसमें? समझ क्या रहा है, क्या करोगे तुम, तुम्हारी औकात क्या है?
ड्राइवर ने जवाब में कहा कि, यही तो लड़ाई है कि हमारी कोई औकात नहीं। कलेक्टर ने कहा, लड़ाई ऐसे नहीं होती है। कृपया करके कोई भी कानून अपने हाथ में न ले। आपकी सारी बातों को सुनने के लिए यहां बुलाया है। कलेक्टर और ड्राइवर की आपसी बहस का वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस भी हमलावर हो गई है। मामले ने तूल पकड़ा तो राजधानी भोपाल से कलेक्टर से जवाब मांगा गया। इसके बाद कलेक्टर ने मामले को शांत करने के लिए माफी भी मांगी। उन्होंने कहा कि अगर किसी को दुख पहुंचा हो तो माफ कर दे। लेकिन सीएम मोहन यादव तक मामला पहुंचा तो उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए कलेक्टर को हटा दिया।