‘मैं हैरान हूं कि मालिक घर-घर बारूद बांटकर बम बनवाता रहा’, हरदा पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट पर खुलकर बोले CM मोहन
2/8/2024 6:41:01 PM
भोपाल: मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन हरदा हादसे को लेकर विपक्ष ने सदन में स्थगन प्रस्ताव पेश किया जिसे विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने स्वीकार किया। इसके बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हरदा हादसे पर चर्चा की। उन्होंने कहा राज्य सरकार ने हरदा हादसे की जानकारी लगते ही कैबिनेट की बैठक बीच में रोकी। मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के साथ दो अधिकारियों को घटना स्थल पर भेजा। 50 मिनट के अंदर आपात बैठक बुलाकर तैयारी की। 100 से ज्यादा फायर ब्रिगेड घटना स्थल पर भेजी गई और 50 से अधिक एंबुलेंस ग्रीन कॉरिडोर बनाकर घायलों को लेने के लिए लगाई गई। इंदौर, भोपाल और होशंगाबाद में अस्पतालों को अलर्ट जारी किया। जब घायल वहां पहुंचे तो डॉक्टरों की टीम तैयार थी।
400 से अधिक जवानों को हरदा पहुंचाया। घायलों को इलाज मिले और प्रभावितों के परिवारों को संभाला जाएं इसके लिए टीम तैनात की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हादसे पर वरिष्ठ अधिकारियों की टीम जांच कर रही है, कितना भी बड़ा अधिकारी हो दोषी पाएं जाने पर नहीं बचेगा।
इस मामले में कठोर कार्रवाई करेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडला जिले में 17, दतिया जिले में 4, मुरैना में 5, जबलपुर में 123, शिवपुरी में 10, ग्वालियर में 26, नरसिंहपुर में 6, डिंडोरी में 6, छिंदवाड़ा में 72, कटनी में 6, शहडोल में 29, अशोक नगर 7 पटाखा फैक्ट्रियों का निरीक्षण किया जा चुका है। हरदा में 12, इंदौर में 8 फैक्ट्री और 16 गोडाउन सील किए गए हैं। राज्य सरकार इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए चिकित्सा के पर्याप्त प्रबंधन कर रही है। बर्न यूनिट और बनाएंगे, मरीजों के लिए एयर एंबुलेंस सेवा भी प्रारंभ की जाएगी।
डॉ. यादव ने फायर बिग्रेड के कर्मचारियों की तारीफ की। जांच प्रभावित न हो, इसके लिए अधिकारियों को हटाया गया। कोई दोषी नहीं बचेगा, यह मैं आपको विश्वास दिलाता हूं। पूरे प्रदेश में विस्फोटक की जॉच की जा रही है। हरदा में 12 विस्फोटक लाइसेंस की जांच कराई गई है। मैं हैरान हूं यह जानकर कि दो साल पहले फैक्टरी मालिक घर-घर बारूद बांटकर बम बनवाता था। यह नया तमाशा पहली बार सुना। इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि विपक्ष के सदस्य जब स्थगन प्रस्ताव लाएं तो हमने इसे स्वीकार किया, क्योंकि राज्य सरकार ने इस घटना के बाद अपने स्तर पर व्यापक प्रबंध किए।
गुरुवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले हरदा विधायक आरके दोगने बम की माला पहनकर पहुंचे। उन्होंने गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया। उन्होंने कहा कि चार लाख रुपये मुआवजे और कलेक्टर-एसपी को हटाने से कुछ नहीं होगा। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। सुरक्षाकर्मियों ने जब हरदा विधायक को सदन में घुसने से रोका तो उन्होंने बताया कि यह कागज की माला है। बम नहीं है।