टूट गई कांग्रेस और प्रशांत किशोर की डील, जानिए पीके ने क्यों किया कांग्रेस से किनारा

6/3/2020 6:45:57 PM

भोपाल: प्रदेश में उपचुनाव से पहले ही कांग्रेस के लिए एक बुरी खबर आई है, देश के प्रमुख चुनावी रणनीतिकारों में से एक प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के साथ उपचुनाव में काम करने से इंकार कर दिया। पिछले काफी दिनों से यह खबर थी, कि इस उपचुनाव में कांग्रेस के चुनावी अभियान का जिम्मा प्रशांत किशोर संभालेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और उन्होंने पहले ही कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया।

आखिर क्यों छोड़ा साथ ? 
कांग्रेस के आंतरिक सूत्रों की मानें, तो इस मामले में प्रशांत किशोर का दो टूक कहना है, कि मुख्यमंत्री कमलनाथ और कैप्टन अमरिंदर सिंह के कहने पर उन्होंने पार्टी के लिए पहले अपनी सेवाएं दी थीं। पंजाब और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने कांग्रेस की चुनावी रणनीति बनाने में मदद की थी। लेकिन उपचुनावों को लेकर दिया गया यह ऑफर उन्हें मंजूर नहीं है। वे इस तरह टुकड़ों-टुकड़ों में काम नहीं कर सकते हैं। हालांकि सूत्रों का यहां तक कहना है, कि उपचुनाव में काम करने के लिए पीके की भारी भरकम फीस इस गठजोड़ के टूटने की वजह बनी।

कमलनाथ को रास नहीं आए थे पीके के सुझाव 
खबर यह भी है, कि उपचुनाव के लिए प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालने से ही प्रशांत किशोर ने कुछ सुझाव कमलनाथ के सामने रखे थे, जो उन्हें रास नहीं आए। दरअसल प्रशांत किशोर ने सभी सीटों पर दिग्गजों को उतारने का फॉर्मूला दिया था, जिसमें दिग्विजय सिंह, अजय सिंह और सुरेश पचौरी जैसे नाम शामिल थे। खबरों के मुताबिक कमलनाथ ने इस सुझाव से असहमति जताई थी, और तभी से यह माना जाने लगा था, कि यह गठजोड़ ज्यादा लंबे समय तक नहीं चल सकेगा।

पीसी शर्मा ने किया था दावा 
आपको बता दें, कि एक दिन पहले ही प्रदेश के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने यह दावा किया था, कि प्रशांत किशोर उपचुनाव में कांग्रेस के लिए रणनीति तैयार करेंगे। शर्मा ने कहा था कि प्रशांत किशोर पहले भी कांग्रेस के लिए काम कर चुके हैं, और इस बार भी वह पार्टी के लिए काम करके सभी सीटों पर उसे जीत दिलाएंगे।

 

Vikas kumar

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