IT के छापों के बाद कांग्रेस ने खोली राघवेंद्र सिंह की पुरानी पर्तें, सीएम के साथ व्यापमं घोटाले से जोड़ा कनेक्शन
8/20/2020 4:06:01 PM
इंदौर/भोपाल(सचिन बहरानी/ प्रतुल पाराशर): भोपाल और इंदौर में इनकम टैक्स की राघवेंद्र सिंह तोमर फेथ ऑफिस पर कार्रवाई के बाद कुछ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जो इशारा करते हैं कि इस मामले में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। वहीं कांग्रेस ने भी बिना देरी इस मामले को लपकते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए सवालों की बौछार कर दी है। कांग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर नरेद्र सलुजा ने कहा कि भाजपा का ग्वालियर-चंबल क्षेत्र का अंतर्कलह छापे के रूप में सामने आई है। भाजपा के गुटों में अब एक दूसरे को निबटाने का खेल शुरू हो गया है। भाजपा में संघर्ष चरम पर।
भोपाल में IT छापे की जद में आये फेथ बिल्डर प्रमुख राघवेंद्रसिंह तोमर से मंत्री अरविंद भदौरिया के क्या संबंध हैं?किसका कितना पैसा लगा?क्या यह भी सच है कि मंत्री जी कोरोना पोजेटिव आने के बाद सपत्निक राघवेंद्र तोमर की एकेडमी में कई दिनों तक रुके थे?मंत्री पद से हटाएं @OfficeOfKNath pic.twitter.com/9ZnvGkZsrp
— KK Mishra (@KKMishraINC) August 20, 2020
वायरल फोटो के अनुसार, चंबल इलाके के रहने वाले राघवेंद्र सिंह तोमर का पहले नाम मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया और अफसरों से जोड़कर देखा जा रहा था, लेकिन अब यह सीधे तौर पर व्यापमं से भी जुड़ने लगा है। बताया जाता है कि यह वही राघवेंद्र सिंह तोमर हैं, जो व्यापमं मामले में सरकारी गवाह बनाए गए थे। कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने सीएम शिवराज का एक फोटो वायरल किया था जिसमें राघवेंद्र सिंह सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ गाड़ी में बैठकर ड्राइविंग करते नजर आ रहे हैं।
भाजपा का ग्वालियर-चंबल क्षेत्र का अंतर्कलह आया छापे के रूप में सामने।
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) August 20, 2020
भाजपा के गुटों में अब एक दूसरे को निबटाने का खेल शुरू।
एक मंत्री की अति,बढ़ते क़द पर,पर कतरने का काम।
पैसे में गोलमाल भी वजह।
मंत्री का होम क्वारेंटाइन भी इन्ही के आशियाने पर था।
संघर्ष चरम पर।
तब कांग्रेस ने सीधे तौर पर सीएम शिवराज पर उनसे कनेक्शन का आरोप लगाया था। कटारे ने कहा था कि शिवराजजी यह साफ करें कि उनका इस व्यक्ति से क्या संबंध है। इतना ही नहीं प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में प्री-पीजी परीक्षा 2012 में राघवेंद्र सिंह तोमर का नाम आया था। इसने अपनी मंडीदीप की फैक्ट्री में कुछ खास परीक्षार्थियों को प्रश्नों की जानकारी देकर उनके उत्तर रटाए थे। इसके बाद इन्हें सरकारी गवाह बना लिया गया था और कांग्रेस नेता ने आरोप लगाए थे कि मुख्यमंत्री से नजदीकियों के चलते राघवेंद्र को एसटीएफ ने आरोपी के जगह सरकारी गवाह बनाया है। वहीं उन्होंने इस मामले में कई अन्य सवाल उठाए थे।