MP में शिव 'राज' या कांग्रेस करेगी सत्ता में वापसी, पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की मतगणना कल
12/10/2018 7:20:02 PM
भोपाल: 11 दिसंबर को कांग्रेस-बीजेपी के लिए निर्णायक दिन है। मंगलवार को प्रदेश में विधानसभा चुनाव की मतगणना होगी और शाम तक यह साफ हो जाएगा कि प्रदेश में सरकार की गद्दी पर कौन बैठेगा। मतगणना के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं। शुक्रवार को जारी किए गए एग्जिट पोल ने 15 साल से प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी एवं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना व्यक्त की है। लेकिन सभी चैनलों के पोल के अनुसार कांग्रेस ही जीतती नजर आ रही है।
चुनाव आयोग के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि, विधानसभा की सभी 230 सीटों के लिए 11 दिसंबर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी। अधिकारी ने बताया कि सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती होगी। उसके बाद साढ़े आठ बजे से ईवीएम के वोटों की गिनती की जाएगी। अधिकारी ने कहा कि, हर राउंड के परिणाम अलग अलग घोषित किए जाएंगे। तभी अगले राउंड की गिनती चालू की जाएगी।
मध्यप्रदेश में इस बार विधानसभा चुनाव में कुल 5 करोड़ 4 लाख 95 हजार 251 मतदाताओं में से कुल 3 करोड़ 78 लाख 52 हजार 213 लोगों ने वोट डाला था। मतलब कुल मतदाताओं का 75.05%। मतगणना के साथ ही कुल 1094 प्रत्याशियों सहित 2899 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला हो जाएगा। सभी प्रत्याशियों में 2 हजार 644 पुरुष, 250 महिलाएं और पांच ट्रांसजेंडर शामिल हैं। प्रदेश में मात्र बीजेपी ने सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। जबकी कांग्रेस 229, आम आदमी पार्टी 208, बहुजन समाज पार्टी 227, शिवसेना 81 और समाजवादी पार्टी ने 52 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। मतगणना में सबसे ज्यादा आकर्षण का केन्द्र शिवराज सिंह की परंपरागत सीट बुधनी होगी जहां पर कांग्रेस ने शिवराज के खिलाफ पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव को मैदान में उतारा है।
पांचों राज्यों में देर से जारी होंगे चुनाव परिणाम...
इस बार चुनाव परिणाम के लिए लंबा इंतजार करना होगा। वजह, चुनाव आयोग ने कांग्रेस की वो मांग मान ली है जिसमें उसने हर राउंड के बाद परिणाम की जानकारी लिखित में देने की बात की थी। इतना ही नहीं ये प्रक्रिया सिर्फ मध्य प्रदेश में ही नहीं बल्कि राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में भी अपनाई जाएगी। शनिवार को इस संबंध में दिल्ली से चुनाव आयोग ने आदेश जारी कर दिए हैं। हर राउंड के परिणाम की घोषणा के बाद ही दूसरे दौर के लिए इवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम से निकाली जाएंगी। हर विधानसभा क्षेत्र में 14 टेबल लगाकर गणना की जाएगी और अलग अलग विधानसभा क्षेत्र में 16 से लेकर 20 राउंड में गणना होगी। हर राउंड की गणना और फिर उसके परिणाम की घोषणा में आधा से पौन घंटा लग सकता है। ऐसे में समझा जा सकता है कि पूरी गणना में दस घंटे से ज्यादा का समय लगेगा। साफ है कि इस वजह से वास्तविक परिणाम काफी देर से आएगा।
9 बजे के बाद खोली जाएगी इवीएम की सील...
11 दिसम्बर को सुबह आठ बजे सबसे पहले डाक मत पत्र और सेवा मतों की गणना की जाएगी। विधानसभावार इसके लिए टेबल लगाए जाएंगे। एक टेबल में 5 सौ मतों की गिनती होगी। इसके परिणाम आने के बाद करीब नौ बजे इवीएम की गणना शुरू होगी। गणना में आधा घंटा का वक्त लग सकता है। अब इस गणना के एआरओ और फिर आरओ से मिलान होने के बाद टेबुलेशन के लिए भेजा जाएगा। टेबुलेशन हो जाने के आरओ फिर इसका मिलान करेंगे। इसके बाद ऑब्जर्वर मिलान करेंगे। इस सब में 15 से 20 मिनट लग सकता है। इसके बाद परिणाम की घोषणा होगी।
खाली बैठेंगे गणना कर्मचारी...
गणना के बाद टेबुलेशन, मिलान और घोषणा के दौरान के समय में मतगणना दल और अभिकर्ताओं को खाली बैठना होगा। घोषणा के बाद दूसरे दौर के लिए इवीएम लाई जाएंगी। इस तरह हर राउंड के बीच 15 से 20 मिनट का खाली समय जाएगा और पूरी प्रक्रिया में लंबा वक्त लगेगा। हर राउंड की घोषणा को मतगणना कक्ष के डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित किया जाएगा और इसकी माइक से घोषणा भी की जाएगी। राउंड वार यह रिजल्ट शीट राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी दी जाएगी। राउंड वार यह जानकारी रिटर्निंग आॅफिसर द्वारा आयोग के काउंटिंग साॅफ्टवेयर पर भी लोड की जाएगी।
शाम तक साफ हो जाएगा किस किस राज्य में किसकी सरकार...
मतगणना सुबह 8 बजे के बाद शुरू होगी। छोटे राज्यों (मिजोरम, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना) के परिणाम दोपहर तक आने की उम्मीद है वहीं दो बड़े राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ के परिणाम आने में लम्बे इंतजार का सामना करना पड़ सकता है।
एग्जिट पोल ने कांग्रेस को जिताया...
शुक्रवार को जारी हुए सभी एग्जिट पोलों के अनुसार पांच राज्यों में मुख्यतौर पर राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ही सबसे बड़ी पार्टी है। लेकिन जनता की नजर में कौन सी पार्टी सबसे बड़ी है इसका पता तो 11 दिसंबर को ही चल पाएगा।