7 साल के मासूम को निगल गया मगरमच्छ! गांववालों ने रस्सी से 4 घंटे तक बांधे रखा, बोले- उगलेगा तभी छोड़ेंगे
7/12/2022 12:32:06 PM
श्योपुर: मध्य प्रदेश के श्योपुर में चंबल नदी में नहा रहे 7 साल के मासूम को एक मगरमच्छ निगल गया। बच्चे के निगलते ही वहां हड़कंप मच गया। ऐसे में लोगों ने मगरमच्छ को पकड़ लिया और उसे रस्सी से बांधकर गांव ले आए। ग्रामीणों ने उसके मुंह में लकड़ी डाल दी ताकि वह बच्चे को उगल दे। ग्रामीणों का मानना था कि बच्चा मगरमच्छ के पेट में है और उसके निकालने के बाद ही मगर को छोड़ेंगे। लेकिन मगरमच्छ टस से मस नहीं हुआ। चार घंटे इंतजार के बाद ग्रामीणों ने उसे वन विभाग के हवाले कर दिया गया।
हैरान कर देने वाला यह मामला श्योपुर के रघुनाथपुर क्षेत्र के रीझेटा घाट का है। जहां लक्ष्मण सिंह केवट का 7 साल का बेटा अतर सिंह सोमवार सुबह चंबल नदी पर नहाने गया था। नदी में मौजूद मगरमच्छ उसे खींचकर गहरे पानी में ले गया। जैसे ही वहां नहा रहे अन्य लोगों ने मगरमच्छ को बच्चे को खींचते देखा तो उन्होंने बाकी गांव वालों को घटना की सूचना दी। ऐसे में बच्चे के परिजन और आस पड़ोसी हाथों में लाठी-डंडे और जाल लेकर आ गए। उन्होंने किसी तरह मगरमच्छ को जाल में फंसाकर बाहर निकाला और रस्सी से बांध लिया।
घटना की सूचना घड़ियाल विभाग की टीम को भी दी गई। विभाग के कर्मचारियों ने ग्रामीणों को बहुत समझाया कि मगरमच्छ बच्चे पर हमला कर सकता है और निगल नहीं सकता लेकिन गांव वालों ने उनकी एक नहीं सुनी। उनका मानना था कि बच्चे मगरमच्छ के पेट में है। लेकिन कई घंटे इंतजार करने के बाद भी जब कोई नतीजा नहीं निकला तो आखिरकार गांववालों ने मगरमच्छ को वन विभाग को सौंप दिया।
इसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से मांग की कि मगरमच्छ का पेट चीरा जाए और लड़के को बाहर निकाला जाए। लेकिन वन विभाग की टीम ने दलील दी कि मगरमच्छ ने बच्चे को नहीं खाया होगा शायद नदी के पानी में बच्चा बह गया हो इसके बाद वे लोग मान गए और एसडीआरएफ की टीम के साथ चंबल नदी में बच्चे की तलाश में शुरु की। देर शाम तक बचाव दल को नदी में कुछ नहीं मिला था। शाम में राहत कार्य छोड़ दिया गया था। सुबह में फिर से बच्चे की तलाश शुरू की गई तो मासूम का शव मिला है।