धनुष तोप विवाद: जबलपुर गन कैरिज फैक्ट्री में CBI ने फिर मारा छापा

1/11/2019 2:43:40 PM

जबलपुर: सीबीआई की टीम ने धनुष तोप की जांच के चलते जबलपुर गन कैरिज फैक्ट्री में छापा मारा है। सीबीआई की टीम इन तोपों के पुर्जों की जांच के लिए यहां आई है। आरोप है कि तोप में जर्मनी के कलपुर्जे बता कर चीन के पार्ट्स लगाए गए हैं। जिसके चलते सीबीआई की टीम ने छापा मारते हुए तोप के कलपुर्जों की खरीदी से जुड़े कई अहम दस्तावेज और उपकरणों को सीज कर दिया है। 





ये है पूरा मामला 

वर्ष 2017 में सीबीआई ने इस मामले में दिल्ली की सिद्ध सेल्स सिंडिकेट के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। इसके साथ ही सीबीआई ने जबलपुर गन कैरिज फैक्ट्री के कुछ अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक व धोखाधड़ी से संबंधित मामले दर्ज कर जांच शुरू की। इसके बाद मामला उजागर होने के दो दिन तक सीबीआई की टीम ने जबलपुर में कई अधिकारियों से पूछताछ की और धनुष सेक्सन की फाइल 13 एफ 003 को जब्त कर लिया। 



 

सीबीआई टीम ने धनुष तोप में की गई बेयरिंग की खरीदी प्रक्रिया से जुड़े जूनियर वर्क्स मैनेजर एस सी खपुआ के दफ्तर और घर पर भी छापा मारा है। यहां से टीम ने कम्प्यूटर जब्त किया और उनके बयान भी लिये। स्वदेशी धनुष तोपों में जर्मनी की जगह चीनी कलपुर्जों के इस्तेमाल की सूचना मिलने के बाद सीबीआई ने दिल्ली की सिद्ध सिंडिकेट कंपनी के साथ अन्य अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ में प्राथमिकी दर्ज की। 




बता दें कि धनुष बोफोर्स तोप का स्वदेशी संस्करण है। जिसमें जर्मनी के पार्ट्स लगाने की बजाए चीन के कलपुर्जे लगाने की बात सामने आई थी। सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने प्राथमिक तौर पर कहा कि जीसीएफ के अज्ञात अधिकारियों ने चीन में बने वायर रेस रोलर बियरिंग्स को जर्मनी मेड बताकर खरीद लिया था। बीआई ने कहा कि धनुष तोप का उत्पादन और प्रदर्शन भारत की रक्षा तैयारियों के अत्यंत ही महत्वपूर्ण है और वायर रेस रोलर बियरिंग इस तोप का अहम उपकरण है। सीबीआई को मिली जानकारी के मुताबिक जर्मनी की कंपनी, वायर रेस रोलर बियरिंग नहीं बनाती है। सिद्ध सेल्स सिंडिकेट ने इन्हें चीन में हेनान स्थित कंपनी साइनो यूनाइटेड इंडस्ट्रीज लिमिटेड से खरीदा। इस बीच सीबीआई ने चीन और सिद्ध सेल सिंडिकेट के कुछ मेल भी हासिल किए हैं। 

Vikas kumar

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