नीतीश कुमार को दिग्विजय की नसीहत, कहा- महबूबा के बाद अब आप रडार पर हो
10/14/2020 1:01:46 PM
भोपाल(इजहार हसन खान): जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की रिहाई का मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने स्वागत किया है। साथ ही साथ बीजेपी पर तंज कसा है और बिहार के सीएम नीतिश कुमार को सावधान किया है। साथ ही सवाल किया है कि 1 साल पहले के हालात और 370 हटाने से अब, क्या आतंकवाद समाप्त हो गया? क्या काश्मीर के हालातों में कोई सुधार हुआ है? साथ ही उन्होंने अपने विचार रखे हैं कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगता।
मेहबूबा मुफ़्ती को रिहा किया गया मैं स्वागत करता हूँ। लेकिन १ वर्ष पहले के हालात और ३७० हटाने से अब, क्या आतंकवाद समाप्त हो गया? क्या काश्मीर के हालातों में कोई सुधार हुआ है? लगता तो नहीं है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 14, 2020
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट के जरिए महबूबा मुफ्ती की रिहाई का स्वागत किया लिखा कि मेहबूबा जी भी ऐसी शक्सियत है जिसे भाजपा ने समर्थन दे कर J&K का मुख्यमंत्री बनाया था। यह लोग किसी के सगे नहीं हैं “मैं मेरा और अपना” यही इनकी रणनीति है और यही राजनीति है। बस इनका भला होता रहे बाक़ी जाएं जहन्नुम में। नितीश जी होशियार ख़बरदार अब आप Radar पर हैं।
और मेहबूबा जी भी ऐसी शक्सियत जिसे भाजपा ने समर्थन दे कर J&K का मुख्यमंत्री बनाया था। यह लोग किसी के सगे नहीं हैं “मैं मेरा और अपना” यही इनकी रणनीति है और यही राजनीति है। बस इनका भला होता रहे बाक़ी जाएँ जहन्नुम में।नितीश जी होशियार ख़बरदार अब आप Radar पर हैं।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 14, 2020
आपको बता दें कि पिछले साल अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बनाये जाने के बाद जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को नजरबंद किया गया था। 14 महीने बाद उन्हें मंगलवार को रिहा कर दिया गया। नजरबंद जम्मू कश्मीर सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने ट्वीट किया, ‘‘ महबूबा मुफ्ती को रिहा किया जा रहा है।''
उनके विरुद्ध जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत लगाए गए आरोपों को इस केंद्रशासित प्रदेश के प्रशासन द्वारा हटा लिए जाने के बाद मंगलवार रात रिहा कर दिया गया। वहीं रिहा होने के बाद महबूबा मुफ्ती ने 1 मिनट 23 सेकेंड का एक ऑडियो मैसेज रिलीज किया। ऑडियो मैसेज में महबूबा ने कहा कि उस काले दिन का काला फैसला आज भी उनके दिमाग में खटकता रहा है।