पेड़ पौधों से टूटे सूखे पत्तों को बेकार मत समझना... ऐसे बनाएं जैविक खाद

4/9/2022 10:38:30 AM

ग्वालियर(अंकुर जैन): अक्सर पेड़ पौधों के सूखे पत्तों को लोग कूड़ा समझकर आग लगा देते हैं। इससे न सिर्फ प्रदूषण फैलता है बल्कि समय भी बर्बाद होता है लेकिन नगर निगम ग्वालियर ने सूखे पत्तों से खाद बनाना शुरु कर दिया है। जी हां ग्वालियर नगर निगम द्वारा शहर के सभी पार्कों में टूटे हुए हरे व सूखे पत्तों से अत्याधुनिक मूवेवल नाडेफ टांका लगाकर जैविक खाद तैयार की जा रही है। पार्कों में बनने वाली यह जैविक खाद उन्हीं पार्कों एवं डिवायडरों व ऐसे पार्कों में हरियाली के लिए उपयोग की जाएगी जहां नाडेफ टांका लगाने की व्यवस्था नहीं है।

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नोडल अधिकारी पार्क मुकेश बंसल ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण एवं पार्कों में पौधों को स्वदेशी अच्छी खाद उपलब्ध कराने की दृष्टि से नगर निगम आयुक्त किशार कन्याल के निर्देशन में निगम के पार्क विभाग द्वारा जैविक खाद के उत्पादन को प्रोत्सहित किया जा रहा है तथा निगम द्वारा शहर में अनेक पार्कों में अत्याधुनिक एवं एक स्थान से दूसरे स्थान पर उठाकर रखने वाले नाडेफ टांका तैयार कराए हैं, जिन्हें निगम के विभिन्न पार्कों में लगाया गया है। निगम द्वारा स्टेशन बजरिया तिकोनिया पार्क, माधव नगर पार्क, बालभवन, बसंत विहार, गांधी पार्क, अम्बेडकर पार्क, जलविहार सहित अन्य कई पार्कों में नाडेफ टांका बनाकर सूखे पत्तों, फूलों, घास एवं गोबर इत्यादि से जैविक खाद बनाई जा रही है। निगम के इस अभियान में पार्क विभाग के राजकुमार नागर, अंकित परिहार सहित अन्य सभी पर्यवेक्षक एवं कर्मचारी निरंतर मॉनीटरिंग कर रहे हैं।    

निगमायुक्त कन्याल ने बताया कि अन्य स्थानों पर भी जैविक खाद को बनाने के लिए युनिट लगाई जाएगी जिससे इस प्रकार की जैविक खाद को बढावा मिले तथा हमारे पार्कां व पौधों को बिना किसी कैमिकल वाली जैविक खाद मिल सके और पार्कों से निकलने वाले कचरे का निष्पादन हो सके।

ऐसे बनाई जा सकती है खाद...
पत्तियों से खाद बनाने के लिए आप सूखी पत्तियों को एक बाल्टी या फिर प्लास्टिक बैग में भर दें, अब इसमें पानी का छिड़काव करें। ध्यान रखें कि पानी की मात्रा इतनी रखें, जिससे पत्तियों में नमी बनी रहें। पानी की जगह आप खट्टे छाछ का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। अब बाल्टी को ढक्कन से बंद कर दें और 2 महीने तक इसे सड़ने यानी डी कंपोस्ट होने के लिए छोड़ दें। ध्यान रखें कि पत्तियों में नमी बनाए रखने के लिए आपको बीच-बीच में चेक करते रहना होगा। 2 महीने बाद बाल्टी को खुला छोड़ दें और फिर 1 या 2 घंटे के बाद हाथों से इसे मसल दें, ताकि यह पाउडर की तरह नजर आने लगे। अब इसे आप खाद के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं।


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Content Writer

meena

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