महादेव के अनन्य भक्त पीएम मोदी की अगवानी करेंगे गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा! महाकाल के महालोक से जुड़ी बड़ी जिम्मेदारी मिली

Tuesday, Oct 11, 2022-01:43 PM (IST)

भोपाल(विवान तिवारी): महाकाल लोक के लोकार्पण को लेकर उज्जैन सज धज कर शिव के अनन्य भक्त, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंतजार कर रहा है। सरकार की तरफ से जिन मिनिस्टर इन वेटिंग की लिस्ट जारी की गई है। उनमें प्रदेश के गृहमंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता नरोत्तम मिश्रा को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। इंदौर एयरपोर्ट पर मिश्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवानी करेंगे और उनके साथ उज्जैन के लिए रवाना हो जाएंगे। उसके बाद वे प्रधानमंत्री के साथ उज्जैन हैलीपेड पर उतरेंगे। वहां नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह पीएम का स्वागत करेंगे फिर महाकाल मंदिर में संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर और सभा स्थल पर उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे।

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• महाकाल लोक मतलब भव्य लोक, दिव्य लोक: गृहमंत्री

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री और सरकार के प्रवक्ता डॉ नरोत्तम मिश्रा ने महाकाल लोक के लोकार्पण को लेकर कहा है कि महाकाल लोक मतलब भव्य लोग, दिव्य लोक है। दिव्यता, भव्यता और आध्यात्मिकता का सम्मिश्रण है बाबा महाकाल का ये नया स्वरूप। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज इसका लोकार्पण करने आ रहे हैं और इस अवसर पर उन्होने ये कहा कि आजादी के बाद दो महापुरुष हुए जिनमें सरदार वल्लभभाई पटेल और प्रधानमंत्री मोदी शामिल हैं। भारत को एक करने के क्रम में सरदार वल्लभभाई पटेल और पीएम मोदी का अभूतपूर्व योगदान रहा है। गलियारे के बारे में बताते हुए उन्होंने ये कहा कि महाकाल लोक का निर्माण भविष्य के 50 साल को ध्यान में रखकर किया गया है और ये इतना विहंगम है कि देखते ही बनता है। ये संस्कृति और विकास का अद्भुत संगम है। महाकाल पथ 900 मीटर का है, व्यास कमलकुंड 50 मीटर का, सप्तऋषि 20 फीट ऊंचा है, नंदी द्वार है, त्रिवेणी मंडपम, पंचमुखी स्तंभ व नवग्रह वाटिका सहित अनेक अनुपम स्थल है।

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• कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पर जमकर बरसे मिश्रा

महाकाल लोक को लेकर किए जा रहे कांग्रेस और कमलनाथ के दावे पर भी गृहमंत्री ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए ये कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वैसे तो झूठ बोलते ही रहते हैं लेकिन उन्हें कम से कम बाबा महाकाल को लेकर तो उन्हें झूठ नहीं बोलना चाहिए। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सच यही है कि महाकाल कॉरिडोर निर्माण की परिकल्पना शिवराज सरकार के पिछले कार्यकाल 2017 में हुई थी। उसके बाद एक साल में इसकी डीपीआर तैयार हुई । 2018 में इसका टेंडर लगा था तब भी शिवराज जी मुख्यमंत्री थे। कमलनाथ श्रेय लेने के लिए भले ही झूठे दावे करें, लेकिन उनकी सरकार में तो इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। फिर 2020 में जब हमारी सरकार वापस आई तो इसका कार्य प्रारंभ हुआ 856 करोड़ का यह पूरा प्रोजेक्ट है जिसमें 351 के प्रथम चरण का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। बाकी 310 करोड़ के दूसरे चरण का काम अभी होना बाकी है।


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meena

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