विधायक कम पड़े तो MP में लगेगी इस्तीफों की झड़ी ! BJP ने सिंधिया को दिया टास्क

11/9/2020 5:47:46 PM

दिल्ली/भोपाल(विवेक तिवारी): मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के नतीजों से पहले मध्य प्रदेश में राजनीतिक उठापटक जारी है। सूत्रों की माने तो मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी रहे इसको लेकर बीजेपी बड़ा खेल खेल की तैयारी में हैं। यह तय किया जा रहा है कि अगर बीजेपी की कम सीटें आती हैं और वह सत्ता में बनी भी रहती है लेकिन सत्ता का गणित अंतर में बेहद कम होता है ऐसे में बीजेपी को और मजबूत करने के लिए सिंधिया के सहारे कांग्रेस के और भी विधायकों से इस्तीफे दिला कर कांग्रेस के संख्या बल को कम किया जा सकता है।



सूत्र बताते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया इस फार्मूले पर काम करना शुरू भी कर चुके हैं। सिंधिया को यह टास्क इसलिए दिया गया है कि वह अपने साथ उन विधायक को साथ ले कर आए जो उनके लिए सॉफ्ट है और उनके संपर्क में हैं। यहां उन विधायक से संपर्क किया जा रहा है जो किसी भी हद तक जाकर मंत्री बनने के लिए या फिर अन्य पद प्राप्त करने के लिए बीजेपी में जा सकते हैं। उनको यह लालच दिया जा सकता है खबर तो यह भी है कि 20 कांग्रेस  विधायकों से सिंधिया का संपर्क हो चुका है और संख्या बल के उतार-चढ़ाव के बीच बीजेपी यह बड़ा खेल, खेल सकती है।



इस बात को लेकर कमलनाथ भी चिंता में है जैसे कि कुछ एग्जिट पोल बता रहे हैं कि संख्या बल में कांग्रेस पीछे रह सकती है हालांकि यहां पर एग्जिट पोल को कांग्रेस नहीं मान रही है लेकिन वह सत्ता में काबिज होने का फार्मूला अपना रही है और ऐसे में उसको पता है कि अगर विधायक कम हुए तो यह सपना ही रह जाएगा लिहाजा वह अपने समस्त विधायकों के संपर्क में है। कमलनाथ खुद सभी से फोन के माध्यम से भी संपर्क में हैं और अन्य नेताओं को भी उनको अपने साथ लेकर चलने के लिए सक्रिय कर चुके हैं।



पर्दे के पीछे सिंधिया का रोल ...
मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी ने संगठन के रूप में ही उतर कर अपनी ताकत दिखाई जिसमें की सिंधिया को पोस्टर बॉय भी नहीं बनाया गया। जिन सीटों पर भी चुनाव हुए वहां पर शिवराज सिंह चौहान ने ही लीड किया ऐसे में अब सिंधिया को पर्दे के पीछे की जिम्मेदारी दी गई है। सूत्रों की मानों तो यह जिम्मेदारी इसलिए दी गई है क्योंकि बीजेपी हर हाल में सत्ता पर काबिज रहना चाहती है लिहाजा सिंधिया को यह टास्क दिया गया है कि अगर हालात बिगड़ते हैं तो इस फार्मूले को अपनाकर प्रदेश से कांग्रेस को और भी कमजोर किया जा सकता है जिससे कि 3 साल तक सत्ता अच्छी तरह से चलती रहे हालांकि यह सिर्फ अभी हमारे सूत्रों के हवाले से ही खबर है इसके परिणाम कल आने जा रहे चुनाव फैसले के बाद ही देखने को मिलेंगे।

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