26 दिसंबर को अपने मुल्क पाकिस्तान पहुंचेगा इमरान, दोनों देशों से जताई ये उम्मीद

12/25/2018 6:37:33 PM

भोपाल: मध्यप्रदेश की भोपाल जेल में फर्जी पासपोर्ट मामले में 10 सालों से सजा काट रहे पाकिस्तानी नागरिक इमरान वारसी अब अपने मुल्क वापस जा रहे हैं। इमरान को सजा पूरी हो जाने पर कुछ महीनों से भोपाल के शाहजहांनाबाद थाने में रखा गया है। वे मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंच चुके हैं जहां कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद इमरान को अटारी-वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा। इमरान अपने प्यार की खातिर भारत आए थे। यहां उन्होंने अपने प्यार से शादी तो कर ली, लेकिन गैर कानूनी तरीके से भारत में ही रहने की इच्छा रखी। इसके लिए नकली दस्तावेज़ बनवाने के जुर्म में इमरान को दस साल की सज़ा हुई।



हामिद आए भारत और इमरान जाऐंगे पाकिस्तान
 

कुछ दिनों पहले ही पाकिस्तान की जेल से छह महीने की जेल की सजा काटने के बाद हामिद अंसारी भारत लौटे। इसके बाद भारत ने भी इमरान वारसी को उनके मुल्क लौटने की स्वीकृति दे दी। दोनो युवक अपने प्यार को पाने के लिए पड़ोसी देश में घुस गए थे। हालांकि हामिद को पाकिस्तान पहुंचने पर धोखा ही मिला था लेकिन इमरान को भारत में उनका प्यार मिला और उन्होंने यहां शादी भी कर ली। इमरान के बच्चे भारतीय मूल के हैं। इसीलिए इमरान भारत से यह उम्मीद लेकर अपने वतन लौटे हैं कि दोनों देशों की सरकारें उनकी पत्नि, बच्चों को एक बार उनसे मिलवाने में मदद करें।



कौन हैं इमरान वारसी


इमरान वारसी पाकिस्तान के कराची का रहने वाला है। वह वहां एयरपोर्ट पर टाइम कीपर था, 2004 में एक भारतीय लड़की के प्यार के चलते कोलकाता आया। जिस लड़की से वो प्यार करता था, वो उनके मामा की ही लड़की थी। यहां उसने लड़की से शादी की, जिसके 4 साल बाद इमरान वारसी कोलकाता में ही रहा। इस बीच उसके दो बेटे भी हुए, लेकिन इस दौरान उनकी वीजा की समयावधी समाप्त हो चुकी थी। इमरान अपनी पत्नी और बच्चों को छोड़कर पाकिस्तान नहीं लौटना चाहते थे। बस इसी चाहत के कारण वे 2008 में पासपोर्ट और वीजा बनवाने भोपाल आए। यहां वो जाली दस्तावेज लेकर आया था। लेकिन उसे यहां पर पुलिस ने पकड़ लिया जिसके कारण उसे फर्जी दस्तावेज रखने के जुर्म में 10 साल की सजा सुनाई गई।



9 महीने पहले ही पूरी हो चुकी है सजा

इमरान वारसी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया यहां उन पर षडयंत्र करने, धोख़ा देने, नकली दस्तावेज़ पेश करने के साथ-साथ पासपोर्ट अधिनियम और ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के उल्लंघन के आरोप में 10 साल की सज़ा सुनाई गई। इसके बाद से इमरान भोपाल में बंद था। आपको बता दें कि 9 महीने की सजा काटने के बाद उसे पाकिस्तान लौटाया जाना था। लेकिन कानूनी प्रक्रिया के चलते उन्हें शाहजहांनाबाद थाने में रखा गया।   






भारत पाक से की ये उम्मीद
 

लंबे समय के बाद अपने मुल्क वापस लौटने के लिए इमरान खुश हैं। इमरान वारसी की ख्वाहिश है कि, वह अपने घर जाकर सबसे पहले अपनी मां से मिलेगा। लेकिन उसे इस बात का दुख है कि, कानूनी कारणों के चलते उसे यहां अपनी पत्नी, बच्चों को छोड़कर जाना पड़ रहा है। इमरान वारसी ने भारत और पाकिस्तान की सरकार से मांग की है कि, उसके परिवार को जल्द से जल्द उससे मिलवाएं। इसके पहले इमरान ने कहा था कि, 'दोनों मुल्कों के बीच कानूनी दिक्कतों में फंसे लोगों को जल्द से जल्द छोड़ा जाना चाहिए। इमरान वारसी ने कहा कि, इतने साल तक परिवार से अलग रहने के बाद अब समझ में आ रहा है कि, परिवार से अलग होकर रहने का दुख क्या होता है। अंत में इमरान ने कहा कि, भारत और पाकिस्तान की सरकारों को आपस में बात करनी चाहिए ताकि दोनों देशों में जेल में बंद कैदी अपने घर जा पाएं।'
 





भारत में बहुत प्यार मिला
 

10 साल बाद अपने वतन लौट रहे इमरान ने कहा कि, कैदी होने के बावजूद भारत में उसके साथ अच्छा बर्ताव किया गया, यहां के लोगों के व्यवहार से तो मुझे लगा ही नहीं कि मैं परिवार से दूर हूं, एक दर्द तो था कि मैं अपने घर से दूर हूं मगर दूसरे देश में भी अगर अच्छे लोग मिल जाएं तो दर्द कम होता है। संभव है कि इमरान को 26 दिसंबर को अटारी-वाघा बॉर्डर से पाकिस्तान अधिकारियों को सुपुर्द कर दिया जाएगा।  

Vikas kumar

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